
कुंडली बॉर्डर पर एसकेएम की ओर से किसान आंदोलन स्थगित होने के बाद धरनारत किसानों का जत्था रविवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए रवाना हुआ। गले में लोहे की जंजीर बांधकर व हाथों में नारे लिखे बैनर-पोस्टर लेकर दिल्ली में घुसने का प्रयास कर रहेकिसानों को सिंघु बॉर्डर पर ही दिल्ली पुलिस ने बैरिकेड लगाकर रोक दिया।इसके बाद पुलिस ने किसानों को हिरासत में लेकर कुंडली थाना पुलिस को दिया। बाद में पुलिस ने किसानों को रिहा कर दिया। किसानों ने इस दौरान सरकार के साथ ही एसकेएम के खिलाफ भी नाराजगी जाहिर की।
जंजीरों में खुद को बांधकर दिल्ली जा रहा था किसानों का जत्था
कुंडली-सिंघु बॉर्डर से किसान आंदोलन के स्थगित होने के बाद किसानों की वापसी हो गई थी। इसके बाद भी किसानों का एक जत्था कुंडली बॉर्डर पर सत्याग्रह कर रहा है। करीब 30 किसानों का यह जत्था एमएसपी पर कानून बनाने व आंदोलन में मृत किसानों के परिजनों को मुआवजे की मांग समेत कई मागों को लेकर आंदोलनरत है। इतना ही नहीं इनमें से कई ने खुद को जंजीरों में बांध रखा है। किसानों के जत्थे ने महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर दिल्ली के जंतर-मंतर पर जाकर रोष प्रदर्शन करने की घोषणा की थी।
उन्हें सिंघु बॉर्डर पर ही दिल्ली पुलिस ने रोक लिया। पुलिस ने किसानों को जंतर मंतर पर प्रदर्शन की अनुमति नहीं दी और वापस लौटने को कहा। इस पर किसानों ने नारेबाजी शुरू कर दी। काफी देर तक दिल्ली पुलिस के जवान व किसान आमने-सामने डटे रहे। करीब एक घंटे तक खींचतान के बाद किसानों के जत्थे को हिरासत में लेकर कुंडली पुलिस के हवाले कर दिया गया।प्रदर्शनकारी सतनाम सिंह, नरेश, राजेंद्र ने कहा कि संयुक्त किसान मोर्चा ने सरकार से मिलीभगत कर मांगें पूरी हुए बिना ही आंदोलन स्थगित कर किसानों के साथ धोखा किया है। वह यहां पर तब तक संघर्ष करते रहेंगे जब तक कि सरकार एमएसपी गारंटी कानून नहीं बनाती। इस दौरान किसानों ने सरकार के खिलाफ तख्तियां लेकर प्रदर्शन किया। किसानों ने कहा कि आंदोलन की मुख्य मांगों में एमएसपी गारंटी कानून भी शामिल था, लेकिन मोर्चा के नेताओं ने सरकार से गुप्त समझौता कर इस मांग को छोड़ दिया।
एनएच-44 पर बनी रही जाम की स्थिति
किसानों के दिल्ली में जंतर-मंतर पर प्रदर्शन करने के लिए प्रवेश करने के दौरान पुलिस ने उन्हें रोक लिया। किसानों ने सड़क पर ही रोष जताना शुरू कर दिया। इस दौरान एनएच-44 पर जाम की स्थिति बन गई। वाहन काफी दूर तक जाम में फंस गए।