शालिग्राम से ही क्यों बनेगी श्री राम की मूर्ति –

हिन्दू धर्म में शालिग्राम के पत्थर को विषेस महत्व दिया गया है। इस पठार को विष्णु जी का रूप मान कर पूजा जाता है। यह पत्थर हर जगह नहीं पाए जाते ,यह केवल नेपाल में ही देखने के लिए मिलते है इसलिए इस पठार को नेपाल से लाया गया है। शालिग्राम कई रंगों के होते हैं। लेकिन सुनहरा और ज्योति युक्त शालिग्राम सबसे दुर्लभ माना जाता है। शास्त्रों के अनुसार, शालिग्राम 33 प्रकार के होते हैं जिनमे से 24 प्रकार को भगवान विष्णु के 24 अवतारों से जोड़ा जाता है।इसलिए शालिग्राम को नेपाल से लाया गया है। और उसके पत्थर से ही श्री राम की मूर्ति बनाई जयेगी।