आगरा । पति की हालत खराब होने पर महिला ने 100 नंबर पर फोन किया। काफी इंतजार के बाद भी जब कोई सहायता नहीं मिली तो खुद ही पति को ठेले पर लिटा कर अस्पताल पहुंची। 15 किमी तक तपती धूप में चलने से महिला की भी हालत नाजुक हो गई।
टेढ़ी बगिया निवासी जगदीश फलों का ठेला लगाकर जीवन यापन करता है। तीन महीने पहले छत से गिरने से उसकी रीढ़ की हड्डी टूट गई। उसका एसएन मेडिकल कॉलेज में ऑपरेशन किया गया। तब से वह चलने-फिरने में असमर्थ है। सोमवार देर रात तेज बुखार हो गया। पत्नी रेखा ने उसे दवा दी लेकिन बुखार नहीं उतरा।
मंगलवार सुबह हालत बिगड़ने पर रेखा ने 100 नंबर पर फोन कर पति को अस्पताल तक ले जाने के लिए मदद मांगी। काफी देर इंतजार करने के बाद भी जब कोई मदद नहीं मिली तो रेखा बीमार पति को ठेले पर लिटा कर एसएन मेडिकल कॉलेज के लिए चल दी। तेज धूप में 15 किमी तक ठेले को धकेलने से उसकी हालत भी नाजुक हो गई। किसी तरह अस्पताल पहुंची।
अस्पताल में लोगों ने दोनों को डॉक्टर के पास पहुंचाया। यहां उनकी जरूरी जांच पूरी कर दवा देकर घर भेज दिया गया। 108 एंबुलेंस की नहीं थी जानकारी रेखा ने बताया कि उसे जानकारी नहीं थी कि 108 नंबर पर फोन कर एंबुलेंस मंगाई जा सकती है। इसलिए उसने 100 नंबर पर फोन कर पुलिस से मदद मांगी।
मरीजों को अस्पताल तक ले जाने के लिए निश्शुल्क एंबुलेंस की सुविधा दी जाती है। मरीज 108 नंबर पर फोन कर इस सुविधा का लाभ उठा सकते हैं। मुकेश वत्स, सीएमओ