बुलंदशहर हिंसाः सीएम योगी बोले- बड़े षड़यंत्र का हिस्सा है ये घटना, गंभीरता से हो जांच

लखनऊ। बुलंदशहर कांड व लखनऊ में भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी की हत्या को लेकर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार रात कड़ी नाराजगी जताई। योगी ने कहा कि बुलंदशहर की घटना की पूरी गंभीरता से जांच कर गोकशी में संलिप्त सभी आरोपितों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाए। यह घटना एक बड़े षड्यंत्र का हिस्सा है। लिहाजा गोकशी से प्रत्यक्ष व अप्रत्यक्ष रूप से जुड़े सभी आरोपितों को जल्द गिरफ्तार किया जाये।

योगी ने कहा कि अवैध स्लॉटर हाउस संचालित होने पर डीएम-एसपी की सामूहिक जिम्मेदारी होगी और उनके खिलाफ कठोर कार्यवाही होगी। माना जा रहा है कि बुलंदशहर कांड में एसआइटी की जांच रिपोर्ट आने पर मुख्यमंत्री कड़ी कार्रवाई कर सकते हैं।

मुख्यमंत्री ने इसके अलावा लखनऊ में भाजपा नेता प्रत्यूष मणि त्रिपाठी हत्याकांड में अब तक की गई कार्रवाई का भी ब्योरा पूछा। उन्होंने प्रत्यूष मणि के परिवारीजन को दस लाख रुपये आर्थिक सहायता दिये जाने के साथ ही आरोपितों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई का अल्टीमेटम दिया है। इसके अलावा बुलंदशहर में हुए बलवे के दौरान मारे गये सुमित के परिवारीजन को भी दस लाख रुपये आर्थिक सहायता प्रदान किये जाने की घोषणा की।

गोरखपुर से वापस आने के बाद मुख्यमंत्री ने सोमवार रात करीब 10 बजे मुख्य सचिव अनूप चंद्र पांडेय, प्रमुख सचिव गृह अरविंद कुमार, डीजीपी ओपी सिंह, एडीजी इंटेलीजेंस समेत अन्य अधिकारियों को तलब कर करीब दो घंटे तक कानून-व्यवस्था को लेकर समीक्षा बैठक की। मुख्यमंत्री ने संगीन घटनाओं को लेकर कड़ी नाराजगी जताते हुए उनमें की गई कार्रवाई के बारे में सिलसिलेवार जानकारी ली। गाजियाबाद व बरेली में हुई हत्या की घटनाओं के बारे में भी जानकारी ली।

मुख्यमंत्री ने कहा कि 19 मार्च 2017 से प्रदेश में अवैध स्लॉटर हाउस का संचालन बंद कर दिया गया है। बुलंदशहर की घटना के परिपेक्ष्य में योगी ने कहा कि सभी डीएम-एसपी देखें कि ऐसे अवैध कार्य न हों। यदि स्लॉटर हाउस अवैध तरीके से चलते पाये गए तो उनकी सामूहिक जिम्मेदारी होगी। मुख्य सचिव व डीजीपी सुनिश्चित करें इस आदेश का जिला स्तर पर कड़ाई से अनुपालन हो। मुख्यमंत्री ने कहा कि महौल खराब करने वाले अराजकतत्वों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई की जाये।