बुखार होने पर खुद से ना ले दवाई, डॉक्टर से मिले और उसकी सहला से ले दवाई

पश्चिमी उत्तर प्रदेश में फैला बुखार न तो मलेरिया है, न डेंगू या डेंगी, और न ही यह कोरोना की थर्ड वेव है। यह वायरस या बैक्टीरिया का संक्रमण है जो सही समय पर इलाज शुरू हो जाने पर ठीक हो जा रहा है। गोरखपुर जिले में भी वायरल के मरीज मिल रहे हैं। लेकिन इससे घबराने की जरूरत नहीं है। कोविड प्रोटोकाल का पालन करते हुए इस वायरल फीवर से बचा जा सकता है। सीएमओ डॉ. सुधाकर पांडेय ने बताया कि मथुरा, फिरोजाबाद आदि जिलों में फैले बुखार में मरीज को वही सारी दिक्कतें हो रही हैं जो सामान्य वायरल बुखार में होती हैं। समय पर जांच और इलाज की प्रक्रिया शुरू हो जाने पर यह बुखार बहुत कम समय में ठीक भी हो जा रहा है। इसलिए घबराने की आवश्यकता नहीं है। कहा कि जिले में वायरल फीवर के मरीज मिल रहे हैं। लेकिन यह उतना खतरनाक नहीं है।