कार सेवा की प्रधानी के विवाद में गुरुद्वारा परिसर में फायरिंग, एक की मौत, आरोपियों को लिया पुलिस हिरासत में

ऐतिहासिक नीम साहिब गुरुद्वारे में कार सेवा के प्रधान पद को लेकर हुए विवाद में दो दर्जन से अधिक राउंड फायरिंग हुई। जिसमें एक श्रद्धालु की मौत हो गई जबकि चार घायल हो गए। पुलिस ने घटनास्थल से भारी मात्रा में हथियार बरामद करते हुए दर्जन भर से अधिक लोगों को हिरासत में लिया है। दोपहर एक बजे की घटना के बाद भी देर रात करीब 8 बजे तक पुलिस केस दर्ज करने की कार्रवाई में जुटी हुई थी।

घटनास्थल से मिली जानकारी के अनुसार गुरुद्वारा नीमसाहिब में कारसेवा के प्रधान पद व कमरे खाली करने को लेकर हुए विवाद में पंचायत थी। जिसमें एक पक्ष ने फायरिंग कर दी। इस फायरिंग में दुड़ाना निवासी जोगा सिंह (65), बड़सीकरी निवासी सतनाम सिंह (62), डेरा गदला पट्टी अफ्गान निवासी मनदीप सिंह, वजीरखेड़ा निवासी कश्मीर सिंह व दुड़ाना जींद निवासी अजमेर सिंह घायल हो गए। इन्हें पहले शाह अस्पताल ले जाया गया। जहां से जोगा सिंह को पसली में गोली लगने के कारण रेफर कर दिया गया।

इसी बीच लोग उन्हें लेकर जिला अस्पताल पहुंचे। जहां चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। घटना की सूचना मिलते ही सीआईए, सीन ऑफ क्राइम सहित पुलिस की विभिन्न टीमों ने डीएसपी विवेक चौधरी की अगुवाई में घटनास्थल का दौरा किया। पुलिस ने मौके से हथियार व अन्य सामान जब्त कर लिया और जिन कमरों को लेकर विवाद था। उनमें से दर्जन भर से अधिक लोगों को हिरासत में ले लिया। 

मौके पर मौजूद लोगों का कहना था कि आरोपी बिट्टू यहां ड्राइवर है। वह कारसेवा के प्रधान बाबा गोपाल सिंह की मौत के बाद खुद को प्रधान बनाने की मांग कर रहा था। इसी विवाद में संगत उसके पास कमरे खाली करने की बात कहने के लिए गई थी। जिसमें उस पर उसके साथियों द्वारा फायरिंग करने का आरोप है। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक समिति द्वारा इस गुरुद्वारे की सेवा संभाल का काम देखा जा रहा है। कारसेवा के दिल्ली से प्रधान बाबा बचन सिंह ने पिहोवा के बाबा महेंद्रसिंह को इस गुरुद्वारे की प्रधानी सौंप दी थी। घटना के बाद भारी संख्या में लोग मौके पर एकत्रित थे।

डीएसपी विवेक चौधरी ने बताया कि पुलिस ने मौके से कुछ लोगों को हिरासत में लिया है। साथ ही मौके से हथियार भी बरामद हुए हैं। नियमानुसार मामले में कार्रवाई की जा रही है। दो पक्षों का विवाद बताया जा रहा है।