मेहुल चोकसी बेल्जियम में गिरफ्तार, भारत प्रत्यर्पण की प्रक्रिया शुरू

नई दिल्ली/ब्रुसेल्स: पंजाब नेशनल बैंक (PNB) घोटाले के मुख्य आरोपी और भगोड़े हीरा कारोबारी मेहुल चोकसी को बेल्जियम पुलिस ने शनिवार को गिरफ्तार कर लिया, और अब उसके भारत प्रत्यर्पण की संभावना जताई जा रही है। बताया जा रहा है कि भारत की केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) के अनुरोध पर यह गिरफ्तारी की गई।

चोकसी, जिसकी उम्र 65 वर्ष है, लगभग 14,000 करोड़ रुपये के बैंक घोटाले में आरोपी है, जो भारतीय बैंकिंग इतिहास के सबसे बड़े घोटालों में से एक है। वह अपने भांजे नीरव मोदी के साथ मिलकर यह घोटाला करने का आरोपी है।

भारत और बेल्जियम के बीच प्रत्यर्पण संधि मौजूद है, और बेल्जियम की सरकार ने भारत से औपचारिक प्रत्यर्पण अनुरोध भेजने को कहा है। चोकसी वर्तमान में बेल्जियम की जेल में बंद है और स्वास्थ्य कारणों का हवाला देते हुए जमानत की अर्जी देने की तैयारी में है।

इस मामले में चोकसी के वकील विजय अग्रवाल ने कहा, “यह हर देश की सामान्य प्रक्रिया है। पहले गिरफ्तारी होती है, फिर ज़मानत मिलती है, और फिर प्रत्यर्पण पर कानूनी लड़ाई होती है। संजीव भंडारी केस हारने के बाद भारत के लिए यह प्रक्रिया आसान नहीं होगी।”

चोकसी की गिरफ्तारी पर वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने बयान देते हुए कहा, “प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पहले ही कह चुके हैं कि जिन्होंने गरीबों का पैसा लूटा है, उन्हें वापस लौटना होगा। चोकसी की गिरफ्तारी निश्चित रूप से एक बहुत बड़ी उपलब्धि है।”

विदेश मामलों के जानकार रोबिंदर सचदेव ने इस गिरफ्तारी को भारत के लिए “राजनयिक और कानूनी जीत” बताया। उन्होंने कहा, “बेल्जियम में चोकसी की गिरफ्तारी भारत के अनुरोध पर हुई है। यह हमारी विदेश नीति और कानूनी टीम की सफलता है। खास बात यह है कि एक साल पहले इंटरपोल ने चोकसी का नाम रेड कॉर्नर नोटिस से हटा दिया था। उसने यह भी आरोप लगाया था कि भारतीय एजेंटों ने एंटीगुआ में उसका अपहरण करने की कोशिश की थी।”

अब सबकी नजर इस बात पर है कि भारत सरकार चोकसी को जल्द से जल्द भारत लाने में कितनी सफलता हासिल करती है और यह बहुचर्चित घोटाला अंततः क्या मोड़ लेता है।