
तिरुवनंतपुरम: केरल में रुक-रुक कर हो रही बारिश और जलभराव के चलते डेंगू और लेप्टोस्पायरोसिस के मामलों में तेजी देखी जा रही है। वहीं, कुछ समय की कमी के बाद अब कोविड-19 संक्रमण के मामले भी दोबारा सामने आने लगे हैं।
डेंगू के 300 से अधिक मामले प्रतिदिन
स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, राज्य में प्रतिदिन 300 से अधिक लोग डेंगू से पीड़ित होकर इलाज करवा रहे हैं। इस वर्ष अब तक डेंगू से 15 लोगों की मृत्यु हो चुकी है। सबसे अधिक मामले पलक्कड़, कोल्लम और कोझिकोड जिलों से सामने आए हैं।
लेप्टोस्पायरोसिस से अब तक 33 मौतें
लेप्टोस्पायरोसिस भी चिंता का विषय बना हुआ है। अब तक इस बीमारी से 33 लोगों की जान जा चुकी है।
कोविड-19 मामलों में फिर से वृद्धि
केंद्र सरकार के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, केरल में कोविड-19 के सक्रिय मामलों की संख्या 95 तक पहुँच गई है, जो 12 मई को 68 थी। हालांकि विशेषज्ञों का कहना है कि राज्य में वैक्सीनेशन की अच्छी कवरेज होने के कारण घबराने की आवश्यकता नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग का बयान – कोई तत्काल खतरा नहीं
स्वास्थ्य विभाग की निदेशक डॉ. के.जे. रीना ने जानकारी दी कि मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए सभी जिलों को संदिग्ध मामलों के सैंपल लेने और जांच करने के निर्देश दिए गए हैं। साथ ही यह भी देखा जा रहा है कि वायरस में कोई आनुवंशिक बदलाव (म्यूटेशन) तो नहीं हुआ है।
हालांकि अभी तक अस्पतालों में भर्ती की संख्या में कोई खास बढ़ोतरी नहीं हुई है और न ही कोई व्यापक आपात स्थिति उत्पन्न हुई है, इसलिए सार्वजनिक चेतावनी जारी नहीं की गई है।
देशभर में कोविड स्थिति नियंत्रण में
मई महीने में केरल में कुल 182 कोविड-19 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि पूरे देश में वर्तमान में 257 सक्रिय मरीज हैं। स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि कोविड की स्थिति अभी नियंत्रण में है।
इस बीच सिंगापुर और थाईलैंड जैसे देशों में ओमिक्रोन वायरस का नया वेरिएंट JN.1 फैल रहा है।