
नई दिल्ली: बुधवार शाम को दिल्ली-NCR में अचानक मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया। तेज धूलभरी आंधी, भारी बारिश और ओलावृष्टि ने पूरे क्षेत्र में तबाही मचा दी। मौसम की इस बड़ी हलचल से राजधानी और आसपास के इलाकों में जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ।
दिल्ली में हवा की रफ्तार 79 किलोमीटर प्रति घंटा दर्ज की गई, जिससे दृश्यता काफी कम हो गई। अचानक मौसम में आए इस बदलाव से तापमान में भी भारी गिरावट आई — 37 डिग्री सेल्सियस से गिरकर 23 डिग्री तक पहुंच गया।
भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने बताया कि यह बदलाव हरियाणा के ऊपर बने चक्रवाती परिसंचरण के कारण हुआ है, जो एक पूर्व-पश्चिम ट्रफ में स्थित है और पंजाब से बांग्लादेश तक फैला है। यह प्रणाली अरब सागर और बंगाल की खाड़ी दोनों से नमी खींच रही है, जिससे पूरे क्षेत्र में अस्थिर मौसमी स्थिति बनी हुई है।
ओलावृष्टि और तेज बारिश से दिल्ली-NCR बेहाल
नोएडा और गाजियाबाद के कई इलाकों में ओलावृष्टि हुई। पूर्वी दिल्ली के यमुना विहार, भजनपुरा और गोकलपुरी में धूल के ऊंचे बवंडर उठे। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, होर्डिंग्स गिर गए और सड़कों पर ट्रैफिक जाम लग गया। गोल मार्केट और लोदी रोड जैसे इलाकों में तेज ओलावृष्टि दर्ज की गई।
हवाई सेवाएं बाधित, उड़ानों में देरी और डायवर्जन
तेज हवाओं और बारिश के चलते दिल्ली एयरपोर्ट पर उड़ानों का संचालन प्रभावित हुआ। दिल्ली से श्रीनगर जा रही इंडिगो की एक उड़ान में भारी टर्बुलेंस के कारण विमान की नाक (nose cone) क्षतिग्रस्त हो गई। हालांकि, सभी यात्री और चालक दल सुरक्षित उतरे। एयरपोर्ट प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे अपनी एयरलाइनों से संपर्क कर उड़ानों की जानकारी लें।
कई उड़ानें डायवर्ट की गईं — 12 उड़ानों को जयपुर और एक को मुंबई भेजा गया। बारिश और हवा के कारण टर्मिनल 3 पर लगातार बारिश दर्ज की गई। कई सांसद, जैसे डेरेक ओ’ब्रायन और सागरिका घोष भी इस विमान में सवार थे।
मेट्रो सेवाएं भी प्रभावित
तेज हवाओं के चलते दिल्ली मेट्रो की कई लाइनों पर संचालन प्रभावित हुआ। पिंक लाइन पर संचालन बहाल हो गया है, लेकिन रेड और येलो लाइन पर अभी भी समस्या बनी हुई है। ग्रेटर नोएडा मेट्रो सेवाएं अस्थायी रूप से निलंबित रहीं। दिल्ली मेट्रो रेल निगम (DMRC) ने बताया कि कई स्थानों पर बाहरी वस्तुएं ट्रैक पर गिर गईं, जिससे ओवरहेड इलेक्ट्रिक वायर (OHE) को नुकसान पहुंचा।
चार मौतें, कई घायल
तेज तूफान के कारण दिल्ली-NCR में चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। लोदी रोड पर एक व्हीलचेयर पर बैठे व्यक्ति की हाई-वोल्टेज तार गिरने से मौत हो गई। गोकलपुरी में मौजपुर के रहने वाले 22 वर्षीय अजहर पर पेड़ गिर गया, जिससे उसकी जान चली गई। गाजियाबाद में बाइक सवार 40 वर्षीय मुजम्मिल की मौत पेड़ गिरने से हो गई। वहीं, एक 38 वर्षीय महिला की स्कूल की दीवार झुग्गी पर गिरने से मौत हो गई। इस हादसे में चार अन्य लोग घायल हो गए।
पेड़ गिरने की 25 से अधिक शिकायतें
दिल्ली फायर सर्विस को पेड़ों के गिरने की 25 से अधिक कॉल्स मिलीं। निजामुद्दीन पुलिस स्टेशन के बाहर दो पेड़ गिरने से दो कारें क्षतिग्रस्त हो गईं। कापरनिकस मार्ग, टीन मूर्ति मार्ग और मथुरा रोड सहित कई इलाकों में सड़कों पर पेड़ गिरने से जाम लग गया।
बिजली आपूर्ति पर असर
बवाना, नरेला, मॉडल टाउन और बुराड़ी सहित दिल्ली के कई हिस्सों में बिजली आपूर्ति प्रभावित हुई। बिजली कंपनियों ने बताया कि पेड़ों के गिरने से लाइनों को नुकसान हुआ और हादसों से बचने के लिए आपूर्ति बंद करनी पड़ी।
गर्मी के बाद राहत, लेकिन नुकसान भारी
बुधवार को दिल्ली में दिनभर तेज धूप और उमस रही थी, जिससे ‘फील्स लाइक’ तापमान 50.2°C तक पहुंच गया था। अधिकतम तापमान 40.7°C दर्ज किया गया था। शाम को आए तूफान ने जरूर गर्मी से राहत दी, लेकिन इसके साथ ही भारी तबाही भी लेकर आया।
मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भी ऐसे ही मौसम की आशंका जताई है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की है।