बिहार के शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर द्वारा रामचरितमानस पर की गई एक टिप्पणी से विवाद खड़ा हो गया है। हिंदू साधु-संत सरकार से उनकी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं। चंद्रशेखर ने बयान दिया था कि गोस्वामी तुलसीदास द्वारा रचित प्रसिद्ध महाकाव्य रामचरितमानस ‘समाज में नफरत फैलाता है’ और निचली जातियों के खिलाफ भेदभाव का प्रचार करता है। RJD से ताल्लुक रखने वाले चंद्रशेखर ने माफी मांगने से इनकार कर दिया है। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि उन्हें इस बात की जानकारी नहीं है कि उनके मंत्री ने वास्तव में क्या कहा। श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येंद्र दास ने कहा, ‘जो बात चंद्रशेखर ने कही है, वैसी बात कोई अज्ञानी ही कह सकता है। ऐसे अज्ञानी को कम से कम शिक्षा मंत्री के पद पर रहने का कोई हक नहीं है। मंत्री या तो माफी मांगें या सरकार उन्हें बर्खास्त करे।’