मातृभाषा हिंदी में ही हमारे होनहार पीछे है , हरियाणा में 37292 परीक्षार्थी हिंदी विषय में फेल हो गए –

मातृभाषा हिंदी में ही हमारे होनहार पिछड़ रहे हैं। इस साल हरियाणा विद्यालय शिक्षा बोर्ड की ओर से घोषित 10वीं और 12वीं के परिणाम में 37292 परीक्षार्थी हिंदी विषय में फेल हो गए। ये ही नहीं जो हिंदी में बमुश्किल पास ही हो पाए यानी 35 से 50 ही अंक हासिल किए। हिंदी हमारी मातृभाषा है और हिंदी का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा होना चाहिए। जब तक मातृभाषा का ज्ञान नहीं होगा जब तक बच्चे अपने माता – पिता , गुरूजनो का इज्जत नहीं करेंगे। हिंदी को आजकल बच्चे गंभीरता से नहीं लेते। स्कूली शिक्षा में इसे सुधारा न जाए तो आगे यह समस्या बनती है। स्कूलों में हिंदी के अध्यापकों की भी कमी है। शिक्षकों की गुणवत्ता में भी काफी कमी आई है। यह भी एक बड़ा कारण है कि बच्चे हिंदी में पिछड़ रहे हैं।