हांगकांग की तर्ज पर बनारस में बन सकता है देश का पहला डिज्नीलैंड, केंद्र-राज्य के अधिकारी कर रहे मंथन

वाराणसी में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और बच्चों और युवाओं को रिझाने के लिए बड़ा केंद्र तैयार करने की योजना है। हांगकांग में डिज्नीलैंड में प्रतिदिन औसतन पांच लाख लोग पहुंचते हैं। ऐसे में दुनिया भर के पर्यटकों को वाराणसी से जोड़ने की कवायद की जा रही है।

आध्यात्मिक और आधुनिक पर्यटन का संगम बन चुकी काशी अब दुनिया भर के पर्यटकों को अपने कलेवर से रिझाने की तैयारी में है। पिंडरा के नागापुर में हांगकांग की तर्ज पर डिज्नीलैंड जैसा बड़ा केंद्र विकसित करने की तैयारी है। पर्यटन विभाग की ओर से अधिगृहीत 238 एकड़ जमीन पर आधुनिक पर्यटन की सुविधाएं विकसित की जाएंगी। इस बड़ी परियोजना पर प्रदेश और केंद्र सरकार के अधिकारी भी मंथन कर रहे हैं।

वाराणसी में पर्यटकों की संख्या बढ़ाने और बच्चों और युवाओं को रिझाने के लिए बड़ा केंद्र तैयार करने की योजना है। हांगकांग में डिज्नीलैंड में प्रतिदिन औसतन पांच लाख लोग पहुंचते हैं। ऐसे में दुनिया भर के पर्यटकों को वाराणसी से जोड़ने की कवायद की जा रही है।

फिलहाल गंगा घाट, सारनाथ और काशी विश्वनाथ मंदिर बनारस आने वाले पर्यटकों को खासा पसंद आते हैं। पिंडरा में डिज्नीलैंड के साथ ही सांस्कृतिक केंद्र और भोजपुरी फिल्म के लिए सुविधाएं विकसित करने की योजना पर विमर्श जारी है। डिज्नीलैंड के लिए कई बड़ी एजेंसियों से संपर्क किया गया है।