जम्‍मू-कश्‍मीर के त्राल में मुठभेड़, तीन आतंकी ढेर; जवान शहीद

श्रीनगर। दक्षिण कश्मीर के त्राल (पुलवामा) में वीरवार को हुई एक भीषण मुठभेड़ में तौसीफ समेत तीन आतंकी मारे गए। तौसीफ एमएससी मैथेमेटिक्स था और जब वह आतंकी बना था तो वह अनंतनाग स्थित एक कॉलेज में बीएड की पढ़ाई कर रहा था। मुठभेड़ के दौरान सेना का एक जवान शहीद व तीन अन्य घायल हो गए। इस दौरान आतंकी ठिकाना भी तबाह हो गया। मुठभेड़ के दौरान आतंकियों को बचाने के लिए हिंसक हुए आतंकी समर्थक तत्वों व सुरक्षाकर्मियों के बीच हिंसक झड़पों में 11 लोग जख्मी हो गए। हिंसा पर काबू पाने के लिए सुरक्षाबलों को हवाई फायरिंग का भी सहारा लेना पड़ा। इनमें से छह पैलेट गन से घायल बताए जा रहे हैं। हालात को देखते हुए प्रशासन ने त्राल, अवंतीपोरा और पुलवामा के विभिन्न हिस्सों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही, मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को भी अगले आदेश तक बंद कर दिया है। वर्ष 2019 में सुरक्षाबलों व आतंकियों के बीच यह पहली मुठभेड़ है।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) मुनीर अहमद खान ने बताया कि त्राल मुठभेड़ में मारे गए तीनों आतंकी स्थानीय हैं। इनमें एक जैश-ए-मोहम्मद का जुबैर अहमद बट उर्फ अबु हुरैरा, जबकि अन्य दो हिजबुल मुजाहिदीन के अदफार फैयाज पर्रे उर्फ अबु जरार और तौसीफ अहमद ठोकर उर्फ अबु तल्हा हैं। उन्होंने बताया कि हमने स्थानीय लोगों से आग्रह किया है कि वह मुठभेड़स्थल पर न जाएं, क्योंकि वहां जिंदा विस्फोटक बिखरे हो सकते हैं। अलबत्ता, उन्होंने मुठभेड़ में सैन्यकर्मी की शहादत पर कुछ भी नहीं कहा।

जानकारी के अनुसार, तड़के सेना की 42 आरआर, राज्य पुलिस विशेष अभियान दल और सीआरपीएफ के जवानों के एक संयुक्त कार्यदल ने त्राल के गुलशनपोरा में आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर तलाशी अभियान चलाया। तलाशी लेते हुए जवान जब मीर मोहल्ले के पास पहुंचे तो वहां एक जगह छिपे आतंकियों ने फाय¨रग शुरू कर दी। जवानों ने जवाबी फायर किया और मुठभेड़ शुरू हो गई। सुबह सात बजे शुरू हुई इस मुठभेड़ के दौरान पहली बार आतंकियों की तरफ से सुबह पौने दस बजे कुछ समय के लिए फाय¨रग बंद हुई। आतंकियों की तरफ से करीब आधा घंटे तक फायरिंग न होने पर जब जवानों ने आगे बढ़कर मुठभेड़स्थल की तलाशी लेनी चाही तो आतंकियों ने दोबारा उन पर राइफल ग्रेनेड दागते हुए अपने स्वचालित हथियारों से फायरिंग शुरू कर दी। इसमें चार सैन्यकर्मी जख्मी हो गए। उन्हें उसी समय सैन्य अस्पताल पहुंचाने का बंदोबस्त करते हुए अन्य जवानों ने जवाबी फायर कर दो आतंकियों को मार गिराया।

इस बीच, अस्पताल में उपचार के दौरान एक सैन्यकर्मी नेहमीनलन हयोकिप ने दम तोड़ दिया। तीसरा आतंकी दोपहर बाद मारा गया और इसके साथ ही मुठभेड़ भी समाप्त हो गई।इससे पूर्व मुठभेड़ शुरू होने के साथ ही बड़ी संख्या में शरारती तत्व भड़काऊ नारेबाजी करते हुए मुठभेड़स्थल पर जमा होने लगे। उन्होंने घेराबंदी में फंसे आतंकियों के भागने के लिए एक सुरक्षित रास्ता तैयार करने के इरादे से सुरक्षाबलों पर पथराव शुरू कर दिया। सुरक्षाबलों ने हिंसक तत्वों को खदेड़ने के लिए लाठियों, आंसूगैस, हवाई फाय¨रग और पैलेट गन का सहारा लिया। कुछ ही देर में यह हिंसक झड़पें त्राल, चुरसु, अंवतीपोरा, बननोरा, पांपोर और पुलवामा के विभिन्न हिस्सों में भी फैल गई। इनमें देर शाम गए तक करीब 11 लोग जख्मी हुए थे। देर शाम पोस्टमार्टम के बाद पुलिस ने मारे गए तीनों आतंकियों के शव उनके परिजनों के हवाले कर दिए।