मनीष तिवारी ने जम्मू राज्यपाल पर लगाया संविधान के साथ खिलवाड़ का आरोप

जयपुर। जम्मू-कश्मीर विधानसभा भंग करने के मामले में कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता मनीष तिवारी  ने राज्यपाल पर संविधान के साथ खिलवाड़ करने का आरोप लगाते हुए कहा कि राज्यपाल ने लोकतंत्र की हत्या की है। उन्होंने कहा कि अनैतिक एवं असंवैधानिक तरीके से विधानसभा को भंग किया गया और यह सब कुछ पीएम नरेन्द्र मोदी और पीएमओ के इशारे पर हुआ है ।

जयपुर में एक प्रेसवार्ता में तिवारी ने कहा कि वे राज्यपाल से पूछना चाहते है, आज से छह माह पहले जब पीडीपी और भाजपा के गठबंधन की सरकार थी । जब पीडीपी ने समर्थन वापस लिया उस समय विधानसभा भंग क्यों नहीं की गई। भाजपा ने पिछले पांच-छह माह में विधायकों को तोड़ने की कोशिश की । यह षडयंत्र पूरी तरह से असफल हो गया और साफ हो गया कि भाजपा को कोई राजनीतिक दल या विधायक समर्थन देने को तैयार नहीं है। इसी बीच कुछ विधायकों ने सरकार बनाने की पहल की। एक ऐसा माहौल बना की जिसमें, पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने समर्थन देने पर विचार करने की बात कही। जब यह बात राज्यपाल को बताई गई । पीडीपी की ओर से पत्र भेजा गया तो आनन-फानन में विधानसभा भंग कर दी गई । यह भाजपा की मानसिकता का परिचायक है ।

तिवारी ने कहा कि जब भाजपा की सरकार बनने जा रही हो, तो लोकतांत्रिक प्रक्रिया अपनाई जाती है, लेकिन जब उनकी सरकार नहीं बनती तो राज्यपाल की शक्तियों का दुरूपयोग करके लोकतंत्र की हत्या कर दी जाती है । तिवारी ने कहा कि भाजपा ने यह आरोप लगाया कि पीडीपी, नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस के एक साथ सरकार बनाने की योजना पाकिस्तान में तय हुई है, लेकिन भाजपा पहले यह आरोप प्रमाणित करे नहीं तो देश से माफी मांगे ।

भाजपा अध्यक्ष अमित शाह पर बचकाने और भडकाऊ भाषण देने का आरोप लगाते हुए कहा कि वे देश को तोड़ने का काम कर रहे है । एक सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि पहले शाह यह बता दे कि अब तक मोदी सरकार ने देश से कितने घुसपैठियों को बाहर किया है ।