नई दिल्ली: शराब कारोबारी विजय माल्या के देश छोडऩे से पहले वित्त मंत्री अरुण जेतली से मुलाकात के दावे के बाद शुरु हुई सियासत अब थमने का नाम नहीं ले रही है। केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल ने कहा कि कांग्रेस के दबाव में आरबीआईआ ने माल्या को छूट दी थी। उन्होंने कहा कि आरोपी के बयान की कोई विश्वसनीयता नहीं है। मोदी सरकार यूपीए के लोन की रिकवरी कर रही है। कांग्रेस ने बैंकों को माल्या की मदद करने को मजबूर किया।
गौरतलब है कि माल्या ने बुधवार को कहा था कि वह भारत से रवाना होने से पहले अरुण जेतली से मिला था। लंदन में वेस्टमिंस्टर मजिस्ट्रेट की अदालत में पेश होने के लिए पहुंचे माल्या ने संवाददाताओं को बताया कि उसने मंत्री से मुलाकात की थी और बैंकों के साथ मामले का निपटारा करने की पेशकश की थी। उधर, वित्त मंत्री ने माल्या के बयान को झूठा करार देते हुए कहा कि उन्होंने 2014 के बाद उसे कभी मिलने का समय नहीं दिया।