उन्नाव में पुलिस क्षेत्राधिकारी की पिटाई से आहत भाजपा कार्यकर्ता ने खाया जहर, गंभीर

उन्नाव । वाहन चेकिंग के दौरान सीओ और उनकी टीम द्वारा सरेराह बेरहमी से पीटे गए भाजपा कार्यकर्ता ने अपमान से आहत होकर जहरीला पदार्थ निगल लिया। परिजन जिला अस्पताल ले गए तो हालत गंभीर होने पर उसे रेफर कर दिया गया। निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।

शहर के मोहल्ला आवास विकास कालोनी निवासी भाजपा कार्यकर्ता निशाकांत पांडेय (32) पुत्र शिवकुमार सोमवार शाम अपने ताऊ के घर जा रहा था। गांधीनगर तिराहा पर वाहन चेकिंग के दौरान महिला सिपाही ने बाइक के सामने डंडा लगा दिया। निशाकांत का आरोप है कि जब उसने विरोध किया तो पीछे खड़े सीओ अन्य पुलिस कर्मियों के साथ आए और बिना वजह जाने उसे लात-घूसों और डंडों से पीटने लगे।

पुलिस की पिटाई से वह बेसुध हो गया तो दही चौकी प्रभारी ने उसे बचाया। पिटाई से उसकी हालत भी बिगड़ गई, जिस पर उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, हालत बिगड़ने पर कानपुर हैलट रेफर कर दिया गया। मंगलवार को एसपी से शिकायत हुई तो झल्लाए सीओ ने उसकी बाइक जबरन घर से उठवा ली। हालांकि एसपी को जब बाइक कोतवाली लाए जाने की जानकारी मिली तो उसे फिर से घर वापस करा दिया।

सार्वजनिक जगह पर बेवजह पुलिस द्वारा किए गए अपमान को भाजपा कार्यकर्ता बर्दाश्त नहीं कर सका और बुधवार दोपहर घर में जहर खा लिया। भाई मनोज पांडेय ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां जहर की संभावना जता डाक्टर ने हालत गंभीर देख कानपुर हैलट रेफर कर दिया। परिजन हालत गंभीर देख उसे निजी अस्पताल लेकर चले गए।

भाजपा कार्यकर्ता के भाई मनोज ने बताया कि जब सरकार में भाजपा कार्यकर्ताओं को इस तरह सरेराह पीटा जाएगा तो आम जनता कैसे सुरक्षित रहेगी। उसने बताया कि पिटाई से आहत हो उसके भाई ने जहर खाया।

पार्टी कार्यकर्ता के जहर खाने पर भाजपाइयों में उबाल

चेकिंग के दौरान वाहन सवारों से किसी तरह की अभद्रता न किए जाने के डीजीपी के निर्देश का सीओ सिटी ने मखौल उड़ाया। बिना किसी गलती के सरेराह भाजपा कार्यकर्ता के साथ मारपीट की गई। इससे आहत भाजपा कार्यकर्ता ने बुधवार को जहर खा लिया तो भाजपाइयों का गुस्सा फूट पड़ा।

शहर के कब्बाखेड़ा स्थित नर्सिंगहोम में भर्ती कार्यकर्ता निशानाथ के जहर खाने की बात पता चलते ही सैकड़ों की संख्या में लोग नर्सिंगहोम पहुंच गए। भाजपाइयों की भीड़ देख पुलिस के हाथ-पैर फूल गए। सदर कोतवाल अरुण द्विवेदी ने मामले की जानकारी डीएम देवेंद्र पांडेय और एसपी हरीश कुमार को दी। भाजपाइयों में तनाव की स्थित देख दोनों अधिकारी करीब एक घंटे बाद पहुंचे।

इस दौरान बड़ी तादाद में पुलिस फोर्स को बुला लिया गया। दोनों अधिकारियों ने पीड़ित भाजपाई को देखने के बाद डॉक्टर से उसकी स्थिति की जानकारी ली और परिजनों को कार्रवाई का भरोसा दिलाकर लौट गए। इस दौरान दोनों अधिकारियों ने मीडिया से दूरी बनाए रखी।

ये है उन्नाव की मित्र पुलिस

बिना किसी वजह के भाजपा कार्यकर्ता निशानाथ पांडेय को सरेराह पीटे जाने पर परिजनों का गुस्सा सातवें आसमान पर है। माता-पिता और पत्नी ने रोते हुए कहा कि अभी तक मित्र पुलिस के बारे सुना था, आज देख भी लिया। उन्होंने दोषी पुलिस अधिकारी और मारपीट में शामिल अन्य कर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।

पुलिसिया काउंसलिंग से भी न गया अपमान का दर्द पीड़ित भाजपा कार्यकर्ता से मिलने सदर कोतवाल अरुण द्विवेदी बुधवार दोपहर उसके घर पहुंचे थे। उसके बाद भी वह अपमान के दर्द को भुला न सका। कोतवाल के जाने के कुछ देर बाद ही उसने दूसरी मंजिल पर जाकर जहर खा लिया।