नई दिल्ली । स्कूल बसों में बच्चों की सुरक्षा एक बार फिर सवालों के घेरे में है। इस बार पूर्वी दिल्ली स्थित विवेक विहार के एक नामी स्कूल की बस में चौथी कक्षा के एक छात्र संग गंदी हरकत करने का मामला सामने आया है। मासूम छात्र का एक दो बार नहीं अलग-अलग दिन, चार बार उत्पीड़न किया गया। मामला अब पुलिस तक पहुंच चुका है। छह अगस्त को पॉक्सो एक्ट में एफआइआर दर्ज होने के बाद से स्कूल प्रबंधन सकते में है। अब दिल्ली की विवेक विहार थाना पुलिस और स्कूल की एंटी सेक्सुअल हैरेसमेंट कमेटी मामले की जांच कर रही है। बच्चे के बयान के आधार पर स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका को भी नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
पूरी घटना में सबसे चौंकाने वाली बात ये है कि चौथी कक्षा के छात्र संग गंदी हरकत करने वाले भी उसी स्कूल के नाबालिग छात्र हैं। तीनों आरोपित छात्र स्कूल की सातवीं, आठवीं और दसवीं कक्षा में पढ़ते हैं। आरोप है कि तीनों आरोपितों ने अलग-अलग दिन में चार बार मासूम छात्र के साथ गंदी हरकत की है। तीनों आरोपित छात्रों ने ये गंदी हरकत भरी हुई स्कूल बस में सबके सामने की। उस वक्त बस में 15-20 अन्य छात्र, शिक्षिका और बस सहायक भी मौजूद थे। पीड़ित छात्र के परिजन की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन ने तीनों आरोपित छात्रों को स्कूल से निकाल दिया है।
शिक्षिका ने की थी आपत्तिजनक टिप्पणी
मासूम छात्र ने अपने परिजन को बताया कि उसने जब बस में मौजूद शिक्षिका से तीनों छात्रों की शिकायत की तो उन्होंने उसकी कोई मदद नहीं की। उल्टा शिक्षिका ने मासूम को बेतुका सा जवाब दिया कि आप प्यारे ही इतने हो कि आपको कोई भी छेड़ देगा। बच्चे के परिजन का कहना है कि महिला शिक्षिका होते हुए भी उन्हें उनके बेटे की तकलीफ समझ नहीं आयी। उन्होंने कैसे बेतुका सा जवाब देकर उसे टाल दिया। अगर शिक्षिका चाहती तो ये घटना शुरूआत में ही रुक सकती थी। परिजन की शिकायत पर स्कूल प्रबंधन ने शिक्षिका को नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।
छुट्टी के बाद स्कूल बस की पिछली सीट पर की थी गंदी हरकत
पीड़ित छात्र की तरफ से उसके परिजन ने जो शिकायत दी है उसमें कहा गया है कि 27 जुलाई, 30 जुलाई और 1 अगस्त को उसके साथ गलत हरकत की गई। स्कूल में छुट्टी होने के बाद वह स्कूल बस से घर जा रहा था। उसी बस की पिछली सीट पर सातवीं, आठवीं और 10वीं के तीन विद्यार्थी बैठे थे।
उन्होंने बहाने से मासूम को अपने पास बुलाकर यौन शोषण किया। इसके बाद वह डरकर अपनी सीट पर आकर चुपचाप बैठ गया। कुछ देर बाद तीनों आरोपित छात्र दोबारा उसे पीछे वाली सीट पर ले गए और फिर यौन शोषण किया। इस बार मासूम द्वारा विरोध करने पर आरोपितों ने उसकी बस में पिटाई भी की।
ऐसे सामने आया मामला
1 अगस्त की घटना के बाद छात्र जब घर पहुंचा तो उसने किसी से बात नहीं की और अपने कमरे का गेट बंद कर लिया। मां के काफी कहने के बाद उसने गेट खोला और आपबीती सुनाई। छात्र के परिजन के अनुसार इस घटना से उनका बेटा इतना डरा हुआ है कि स्कूल जाने को तैयार नहीं है।
विद्यार्थियों से भी पूछताछ करेगी पुलिस
अब इस घटना की जांच के क्रम में पुलिस उन दिनों स्कूल बस में मौजूद विद्यार्थियों, बस चालक, सहायक और शिक्षिका से भी पूछताछ करेगी। क्योंकि, जिस तरह से पीड़ित ने अपनी शिकायत में घटना का जिक्र किया है, उससे मामला संवेदनशील है। हालांकि, अभी तक बयान देने के लिए न कोई सामने आया है और न ही पुलिस ने किसी को हिरासत में लिया है।
आरोपित छात्रों को निकाला, शिक्षिका से भी जवाब तलब
स्कूल के चेयरमैन ने बताया कि 1 अगस्त को पीड़ित विद्यार्थी की मां 2 बजे के आसपास प्रधानाचार्य से मिलने आईं थी। स्कूल में छुट्टी हो गई थी। प्रधानाचार्य ने 2 अगस्त को आरोपित विद्यार्थियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही। छात्र की मां ने कहा था कि अगर स्कूल कार्रवाई करता है तो वह अन्य कार्रवाई के लिए कदम नहीं बढ़ाएंगी।
हालांकि, प्रधानाचार्य ने कहा था कि अगर वह पुलिस में शिकायत करना चाहती हैं तो वह उनके साथ हैं। 2 अगस्त को तीनों आरोपित छात्रों के अभिभावकों को स्कूल में बुलाया गया और आरोपित छात्रों को स्कूल से निकाल दिया गया। जिस शिक्षिका पर शिकायतों की अनदेखी का आरोप है, उन्हें भी नोटिस देकर जवाब मांगा गया है। इसके बावजूद परिजनों ने 6 अगस्त को थाने में केस दर्ज कराया।