पीएम मोदी ने गुजरात के सीएम विजय रूपाणी को दी जन्मदिन की बधाई

अहमदाबाद। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी को जन्मदिन की बधाई दी। विजय रूपाणी का जन्म दो अगस्त 1956 को म्यांमार के रंगून में हुआ था। 1960 में उनका परिवार गुजरात के राजकोट आ गया था।

पानी, पतासी व पार्किंग को लेकर अडिग रूपाणी

गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपाणी आजकल जनसमस्याओं के त्वरित समाधान को लेकर काफी तत्पर हैं, शहर व गांव के लोगों की छोटी-छोटी समस्याओं पर सीधी नजर रखते हैं तथा उसके हल नहीं होने तक पीछा नहीं छोड़ते हैं। रूपाणी थ्री पी पर खास ध्यान दे रहे हैं। इनमें पानी के संग्रह अभियान के बाद पतासी व पार्किंग मुद्दे पर हाईलेवल मीटिंग कर चुके हैं तथा आम जनता से भी फीडबैक ले रहे हैं।

अहमदाबाद, सूरत, राजकोट, वडोदरा आदि महानगरों के बाशिंदे लंबे समय से पार्किंग की सुविधाओं को लेकर परेशान थे, गुजरात उच्च न्यायालय ने कई बार सरकार व महानगर पालिकाओं का ध्यान इस ओर खींचा लेकिन अधिकारियों की लापरवाही के चलते समस्या जस की तस रही। राज्य के स्थापना दिवस एक मई को जलसंग्रह अभियान की शुरुआत करने के बाद पार्किंग मुद्दे को हल करने के लिए रूपाणी ने मुख्य सचिव डॉ एनके सिंह, पुलिस महानिदेशक शिवानंद झा, शहरी विकास विभाग के आला अफसरों तथा महानगर पालिकाओं के आयुक्तों के साथ बैठक कर सभी शहरों में नागरिकों को पार्किंग सुविधा मुहैया कराने के निर्देश दिए।

रूपाणी ने जलसंग्रह अभियान को अपना व्यक्तिगत अभियान मानते हुए राज्य को जलसंकट से मुक्ति दिलाने के लिए इस अभियान की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद गुजरात को पानीदार बनाने का सपना देखने वाले रूपाणी ने इसके जरिए सरकारी, गैरसरकारी संस्थाओं, सामाजिक, धार्मिक व युवा संगठनों को इससे जोड़ा, ताकि राज्य में 11 लाख हजार घनफुट पानी संग्रह की क्षमता की जा सके। आज उनका 62वां जन्मदिवस है, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद व प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित केंद्र व राज्य सरकार के मंत्रियों व भाजपा नेताओं ने उन्हें जन्मदिन की बधाई दी। राज्य में पतासी पानी पूरी की भारी खपत है। मानसून में मौसमी बीमारियों से रोकथाम के लिए सरकार ने पतासी की खुले में बिक्री पर कई शहरों में रोक भी लगा दी है।

राज्य का फूड एंड ड्रग्स विभाग पिछले कई दिनों से खुले में खाद्य सामग्री बेचने व सड़े-गले खाद्य पदार्थ भी ग्राहकों को बेचने वालों के खिलाफ कार्रवाई कर रहा है। दूसरी बार, गुजरात के मुख्यमंत्री बने रूपाणी बोलते कम हैं लेकिन पानी, पार्किंग व पतासी को लेकर किए जा रहे उनके काम को भविष्य में जरूर याद किया जाएगा। अहमदाबाद, सूरत राजकोट जैसे शहरों में करोड़ों की संख्या में पहुंची वाहनोंं व दोपहिया की संख्या अब जनता के लिए समस्या का कारण बन चुकी है। पार्किंग की पर्याप्त सुविधा के अभाव के चलते राहगीर व वाहन मालिकों को परेशानी का सामना करना पडता है। स्थानीय निकायों की लापरवाही ने समस्या को विकराल बना दिया लेकिन हाईकोर्ट व सरकार की सख्ती से अब नागरिकों को राहत की उम्मीद जगी है।

अहमदाबाद जैसे महानगर में सुलभ सुविधाओं का नितांत अभाव है। पुराने शहरों में पेशाबघर हुआ करते थे, लेकिन पश्चिमी अहमदाबाद में तो इस तरह की सुविधा को लेकर खुद महानगर पालिका लापरवाह बना रहा है, उम्मीद है पानी, पतासी व पार्किंग के बाद अब सरकार पेशाबघरों पर ध्यान देगी।