यूपी में गरीबों को मिले सबसे अधिक आशियाने

लखनऊ। 4 जनवरी

पिछली सरकारों में मकान के लिए भटक रहे गरीबों के लिए योगी सरकार ने खोली बाहें ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में मकान का सपना पूरा करने में यूपी अव्वल

उत्तर प्रदेश में गरीबों को सबसे अधिक आशियाने मिले हैं। प्रधानमंत्री आवास योजना के साथ ही राज्य सरकार ने


मुख्यमंत्री आवास योजना के तहत भी शहर और ग्रामीण क्षेत्रों में गरीबों को आवास दिए हैं। योगी सरकार ने गरीबी
रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों का सपना पूरा किया है। पिछली सरकारों में मकान के लिए दर दर भटकने
वाले गरीबों,मजदूरों के लिए योगी सरकार ने बाहें खोल दी हैं। मुसहर और वनटांगिया वर्ग के साथ पहली बार यूपी
में कुष्ठ रोग से प्रभावित परिवारों को भी बड़ी संख्या में मकान आवंटित कर उदाहरण पेश किया है।

पहली बार मुसहर वर्ग को 42,094, वनटांगिया वर्ग को 4822 और कुष्ठ रोग से प्रभावित परिवारों को आवंटित
किये 3686 आवास

प्रधानमंत्री आवास योजना से अब तक 17 लाख 2 हजार 987 आवासों का किया निर्माण

प्रधानमंत्री आवास योजना (शहरी) के तहत 17 लाख 2 हजार 987 आवासों का निर्माण किया गया है और ग्रामीण
क्षेत्रों में 26 लाख 15 हजार आवास आवंटित भी कर दिये गये हैं। इसी तरह सेमुख्यमंत्री आवास योजना से ग्रामीण
क्षेत्रों में रहने वाले 1,08,495 लोगों को आवास का तोहफा सरकार ने दिया है। इनमें मुसहर वर्ग को 42,094
आवास, वनटांगिया वर्ग को 4822 आवास और कुष्ठ रोग से प्रभावित परिवारों को 3686 आवास दिये गये हैं।

गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करने वालों के लिए मददगार बनी केन्द्र और प्रदेश की सरकार, ग्रामीण क्षेत्रों में प्रधानमंत्री आवास योजना से 26 लाख 15 हजार लोगों को मिला लाभ, मुख्यमंत्री आवास योजना से अब तक प्रदेश के ग्रामीण क्षेत्रों में 1,08,495 आवास किये गये आवंटित

प्रदेश सरकार की मंशा प्रत्येक वर्ग के जरूरतमंद व्यक्ति की मदद करने की रही है। गरीबी रेखा से नीचे जीवन
यापन करने वालों को भी योगी सरकार में अपना मकान मिल गया है। यह पहली बार है जब किसी सरकार ने
मुसहर और वनटांगिया वर्ग के साथ-साथ कुष्ठ रोग से प्रभावित परिवारों के बारे में भी सोचा है।