28 जनवरी को जींद में होने जा रहे उपचुनाव को लेकर जननायक जनता पार्टी ने दिग्विजय चौटाला को मैदान में उतार दिया गया है। सांसद दुष्यंत चौटाला ने गुरुवार को जींद से इसकी घोषणा की। इस सीट से भाजपा के उम्मीदवार कृष्ण मिड्ढा हैं जो इंडियन नेशनल लोकदल के यहीं से दिवंगत विधायक हरिचंद मिड्ढा के पुत्र हैं। इनेलो ने अभी उम्मीदवार की घोषणा नहीं की है। वहीं कांग्रेस ने राष्ट्रीय प्रवक्ता और कैथल से विधायक रणदीप सुरजेवाला को अपना उम्मीदवार बनाया है।
बता दें कि बड़े ही नाटकीय घटनाक्रम में रणदीप सुरजेवाला को प्रत्याशी बनाया गया। रात करीब दस बजे तक कलायत के निर्दलीय विधायक जयप्रकाश के बेटे विकास का टिकट हर कांग्रेस नेता पक्का मानकर चल रहा था। कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी को भी एक ही नाम का पैनल भेजा गया था। मगर, राहुल सशक्त उम्मीदवार ही मैदान में उतारने पर अड़ गए। जिससे न तो पूर्व सीएम हुड्डा की चली और न ही कांग्रेस अध्यक्ष अशोक तंवर की।
अब जींद चुनाव सीधे रणदीप बनाम सरकार हो गया है। चूंकि, सुरजेवाला की गिनती जहां बड़े कांग्रेस नेता के तौर पर होती है, वहीं उन्हें राहुल गांधी का बेहद करीबी भी माना जाता है। रणदीप सुरजेवाला को विधानसभा चुनाव से पहले अग्निपरीक्षा से गुजरना होगा।
कांग्रेस में टिकट के लिए लंबी माथामच्ची हुई। बुधवार को दिल्ली में जींद उपचुनाव के लिए पर्यवेक्षक केसी वेणुगोपाल की अध्यक्षता में तीन दौर की बैठकें हुईं। एक बार सुबह और दो बार शाम को। वेणुगोपाल के साथ पूर्व सीएम भूपेंद्र हुड्डा, प्रदेशाध्यक्ष अशोक तंवर, सीएलपी नेता किरण चौधरी, राज्य सभा सांसद कुमारी सैलजा, एआईसीसी मीडिया प्रभारी रणदीप सुरजेवाला और पूर्व मंत्री कैप्टन अजय यादव भी बैठकों में शामिल हुए।