उत्तराखंड: श्रमिकों की झोपड़ियों में लगी भीषण आग, 16 दिन के बच्चे की दर्दनाक मौत

बेरी पड़ाव खनन निकासी गेट के पास खाना बनाने के दौरान आग चपेट में आने से गौला नदी में खनन कार्य करने वाले मजदूर के झाले में आग लग गई। देखते ही देखते आग ने विकराल रुप ले लिया और मजदूर के 16 दिन के बेटे की मौत हो गई। पुलिस ने शव का पंचनामा भर पोस्टमार्टम के लिए हल्द्वानी भेज दिया है।शनिवार को सुबह लगभग 10:30 बजे खनन निकासी गेट बेरीपड़ाव में खनन कार्य करने वाले मजदूर महेंद्र पाल पुत्र अगुन पाल निवासी खुशी नगर गोरखपुर की झोपड़ी को खाना बनाने के दौरान चूल्हे में जल रही आग ने चपेट में ले लिया। 

विकराल आग को ग्रामीणों ने आग को बुझाने का भरपूर प्रयास किया लेकिन तेज हवा के कारण आग आगे को बढ़ती गई। आग की चपेट में आने से महेंद्र पाल का 16 दिन के बच्चे राजा की मौके पर ही झुलस कर मौत हो गई।

ग्रामीणों की सूचना के बाद चौकी इंचार्ज विमल कुमार मिश्रा अपनी टीम के साथ घटनास्थल पर पहुंचे। उनकी सूचना से दमकल विभाग की गाड़ियों ने बमुश्किल आग पर काबू पाया। जिस वक्त  झोपड़ी में आग लगी  महेंद्र कुमार की पत्नी चूल्हे में खाना रख पानी  लेने गई हुई थी। 

महेंद्र यहां अपनी पत्नी व दो बेटे व एक बेटी के साथ रहता था आग लगने से महेंद्र के दो बच्चे तो किसी तरह बच गए मगर 16 दिन का राजा आग की चपेट में बुरी तरह जल गया। जिस वजह से उसकी मौत हो गई।