आगरा कमिश्नर की गाड़ी के आगे लेटी युवती, फिरोजाबाद अस्पताल में नहीं है व्यवस्था, लोग मर रहे…

फिरोजाबाद में 100 शैय्या अस्पताल की बदहाली से परेशान युवती मंगवार को आगरा कमिश्नर की गाड़ी के आगे लेट गई। कमिश्नर जिला अस्पताल का दौरा करने पहुंचे थे। युवती की बहन की मौत हो गई है। रोती बिलखती युवती ने कमिश्नर की गाड़ी को अस्पताल में देखा तो उसके आगे लेटकर विरोध करने लगी। उसने कहा कि अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। लोग मर रहे हैं। महिला पुलिसकर्मियों ने जबरन युवती को कार के आगे से उठाया। इसके बाद कमिश्नर आगरा अमित गुप्ता अपनी कार में बैठकर रवाना हो गए। जिलाधिकारी ने युवती को समझाने की कोशिश की।

फिरोजाबाद में डेंगू और बुखार का कहर लगातार जारी है। सोमवार को डेंगू से आठ और बच्चों की मौत हो गई थी। इससे मरने वालों की संखाय 143 पहुंच गई। 3 दिनों में 29 लोगों की मौत हुई है। 24 घंटे में कराई गई एलाइजा (डेंगू टेस्ट) में 167 और बच्चों में डेंगू की पुष्टि हुई है। राजकीय मेडिकल कॉलेज में 100 बेड के अस्पताल में मरीजों की संख्या 450 के पार पहुंच गई है।

लगातार हो रही मौतों से लोगों में जबरदस्त गुस्सा है। फिरोजाबाद की वैष्णवी की मौत के बाद मंगलवार को उसकी बहन निकिता ने हंगामा किया। यहां निरीक्षण के लिए 100 बेड के अस्पताल पहुंचे मंडलायुक्त अमित गुप्ता की गाड़ी के आगे निकिता लेट गई। इस दौरान काफी देर तक हंगामा होता रहा। पुलिसकर्मियों ने काफी मशक्कत के बाद युवती को गाड़ी के आगे से हटाया। डीएम ने उसे समझाया। निकिता ने बताया कि अस्पताल में कोई व्यवस्था नहीं है। इसी वजह से लोग मर रहे हैं।

सोमवार को इन लोगों की मौत

सरस्वती नगर की रहने वाली वैष्णवी (12) पुत्री नेत्रपाल को बुखार आया था। डेंगू की पुष्टि होने पर परिजनों ने प्राइवेट हॉस्पिटल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान सोमवार को उसकी मौत हो गई। निवासी गुरु नगर रामनगर की शिवानी (6) पुत्री आदित्य गुप्ता की डेंगू से मौत हो गई। उसका भी प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। सुहागनगर की दिव्यांशी (20) पुत्री प्रयाग सिंह को बुखार आने पर प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान उसने दम तोड़ दिया। मालवीय नगर के आकाश (12) पुत्र पप्पू की सौ शैय्या अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई।

चारबाग की शिवन्या (6) पुत्री अजीत गुप्ता की डेंगू से मौत हो गई। उसका प्राइवेट अस्पताल में इलाज चल रहा था। धर्म सिंह का नगला की रहने वाली उमा भारती पुत्री सुरेंद्र कुमार, जलेसर रोड की अनामिका (20) पुत्री चंद्रभान को परिजनों ने प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया था। इलाज के दौरान दोनों की मौत हो गई। हिमांयूपुर की आराध्या (8) को गंभीर हालत में परिजन सौ शैय्या अस्पताल लेकर पहुंचे, जहां चिकित्सक ने मृत घोषित कर दिया।

बेड के लिए दौड़ लगा रहे परिजन

100 बेड के अस्पताल में 24 घंटे में 168 से अधिक मरीजों को भर्ती किया गया है। संसाधनों के अभाव में मरीजों और उनके परिवार वालों को परेशानी हुई। मरीजों को दिखाने के लिए कई-कई घंटे इंतजार करना पड़ा। खाली बेड के लिए मरीज पहली मंजिल से तीसरी मंजिल और नई बिल्डिंग की पहली और दूसरी मंजिल पर दौड़ लगाते नजर आए। मेडिकल कॉलेज के आंकड़ों के मुताबिक डेंगू से पीड़ित 32 बच्चों को ठीक होने के बाद डिस्चार्ज किया गया।

अब आगरा रेफर हो रहे मरीज

निजी अस्पताल फुल होने से अब गंभीर मरीजों को देखते ही चिकित्सक उन्हें आगरा रेफर कर रहे हैं। चिकित्सकों का कहना है कि हालत बहुत गंभीर है, आगरा ले जाओ। कई परिवार वालों ने बताया कि आगरा में भी अस्पतालों में अब आसानी से जगह नहीं मिल रही है। 100 बेड के अस्पताल में 450 से ज्यादा मरीज भर्ती हैं। मरीज लगातार डिस्चार्ज और भर्ती किए जा रहे हैं। हम मरीजों को बेहतर इलाज के लिए पूरा प्रयास कर रहे हैं।