
हज यात्रा के दौरान भीड़ और अव्यवस्था से बचने के लिए सऊदी अरब सरकार ने भारत समेत 14 देशों के लिए उमरा वीज़ा जारी करने पर अस्थायी रोक लगा दी है। यह प्रतिबंध 13 अप्रैल 2025 के बाद लागू होगा और हज समापन (मध्य जून 2025) तक प्रभावी रहेगा।
इन देशों पर लगा है प्रतिबंध:
भारत के अलावा जिन देशों के लिए वीज़ा निलंबित किया गया है, उनमें अल्जीरिया, बांग्लादेश, मिस्र, इथियोपिया, इंडोनेशिया, इराक, जॉर्डन, मोरक्को, नाइजीरिया, पाकिस्तान, सूडान, ट्यूनीशिया और यमन शामिल हैं।
किस प्रकार के वीज़ा प्रभावित हुए हैं?
सरकारी रिपोर्ट्स के अनुसार, इन देशों के नागरिकों को उमरा, बिजनेस और फैमिली विज़िट वीज़ा जारी नहीं किए जाएंगे। हालांकि, जिन यात्रियों को पहले ही उमरा वीज़ा जारी किया जा चुका है, वे अपनी यात्रा निर्धारित योजना के अनुसार पूरी कर सकते हैं।
हज वीज़ा, डिप्लोमैटिक वीज़ा और निवास परमिट इस प्रतिबंध से प्रभावित नहीं होंगे।
अवैध तीर्थयात्रा पर सख्ती
सऊदी प्रशासन ने यह निर्णय ऐसे मामलों की बढ़ती संख्या को देखते हुए लिया है, जिनमें उमरा या विज़िट वीज़ा पर आने वाले लोग हज के दौरान मक्का में अवैध रूप से रुक जाते हैं। इससे न केवल भीड़ बढ़ती है, बल्कि आवास, स्वास्थ्य सेवाओं और परिवहन जैसी बुनियादी सुविधाओं पर दबाव भी पड़ता है।
प्रशासन ने सख्त चेतावनी जारी करते हुए कहा है कि, “जो भी व्यक्ति हज के दौरान अवैध रूप से ठहरता हुआ पाया जाएगा, उसे पांच वर्षों तक सऊदी अरब में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी और उस पर 10,000 सऊदी रियाल (लगभग ₹2.2 लाख) का जुर्माना लगाया जाएगा।”
पिछले साल की भगदड़ को ध्यान में रखकर लिया गया फैसला
पिछले साल हज के दौरान अत्यधिक गर्मी और बिना पंजीकरण वाले तीर्थयात्रियों की भीड़ के कारण भगदड़ में हजारों लोगों की मौत हो गई थी। इस वर्ष ऐसी किसी भी घटना की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए यह कदम उठाया गया है।
डिजिटल गाइड जारी
सऊदी अधिकारियों ने एक डिजिटल हज और उमरा गाइड भी जारी किया है, जो 16 भाषाओं में उपलब्ध है। इसका उद्देश्य तीर्थयात्रियों को सुरक्षित, वैध और व्यवस्थित तरीके से हज और उमरा करने की जानकारी देना है।