उत्तर प्रदेश, दिल्ली और राजस्थान में लू का कहर: तापमान लगातार 40°C के पार रहने की चेतावनी

भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने उत्तर प्रदेश, राजस्थान और दिल्ली के लिए लू की चेतावनी जारी की है। विभाग के अनुसार अप्रैल, मई और जून के महीनों में इन क्षेत्रों में सामान्य से अधिक तापमान और तीव्र लू चलने की संभावना है। इन राज्यों के कई हिस्सों में दिन का तापमान पहले ही 40 डिग्री सेल्सियस को पार कर चुका है। इसके साथ ही बारिश की संभावना भी सामान्य से कम बताई गई है, जिससे गर्मी का असर और भी अधिक गंभीर हो सकता है।

यूपी में बुंदेलखंड सबसे अधिक प्रभावित

मौसम विभाग के अनुसार उत्तर प्रदेश में विशेषकर बुंदेलखंड क्षेत्र — जिसमें झांसी और चित्रकूटधाम मंडल के सात ज़िले आते हैं — सबसे अधिक प्रभावित रहेंगे। मौसम वैज्ञानिक अतुल कुमार सिंह ने बताया, “अप्रैल से जून तक अधिकतम तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा और दिन का तापमान लगातार 40 डिग्री सेल्सियस से अधिक रहने की संभावना है। रात में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से ऊपर रहेगा।”

पिछले सप्ताह से ही कानपुर, वाराणसी, प्रयागराज, फतेहपुर, अमेठी, ग़ाज़ीपुर, सुल्तानपुर और हमीरपुर जैसे शहरों में दिन का तापमान 40 डिग्री के पार जा चुका है। शनिवार को प्रयागराज में अधिकतम तापमान 41.6°C दर्ज किया गया, जो औसत से 4.2 डिग्री अधिक है।

दिल्ली और राजस्थान में भी तेज़ गर्मी का प्रकोप

दिल्ली में आगामी छह दिनों तक लू की स्थिति बनी रह सकती है और तापमान 42 डिग्री सेल्सियस तक पहुँचने की संभावना है। शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 35.7 डिग्री दर्ज किया गया, जो सामान्य से 1.7 डिग्री अधिक था।

राजस्थान के बाड़मेर में शुक्रवार को तापमान 42.7 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जो सामान्य से 4.5 डिग्री ज्यादा था। मौसम विभाग का अनुमान है कि अगले दो-तीन दिनों में राजस्थान के दक्षिण-पश्चिमी हिस्सों में तापमान 44-45 डिग्री तक पहुँच सकता है, जबकि पूर्वी हिस्सों में यह 42-44 डिग्री के बीच रह सकता है। 6 से 8 अप्रैल के बीच प्रदेश के कुछ हिस्सों में तीव्र लू चलने की चेतावनी दी गई है।

स्वास्थ्य और पशुपालन विभाग अलर्ट पर

स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने इस स्थिति को लेकर गंभीर चिंता जताई है। लखनऊ के चिकित्सक डॉ. शंतनु मिश्रा ने कहा, “अत्यधिक गर्मी शरीर के तापमान नियंत्रण तंत्र को प्रभावित करती है, जिससे डिहाइड्रेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं।”

सरकार ने सभी ज़िलों को तैयारी के निर्देश दिए हैं। राहत आयुक्त भानु चंद्र गोस्वामी ने बताया कि अस्पतालों को गर्मी से जुड़ी बीमारियों के लिए तैयार रहने को कहा गया है।

पशुपालन विभाग ने भी सभी गोशालाओं को छायादार स्थान और भरपूर पानी उपलब्ध कराने के निर्देश दिए हैं। मंत्री धर्मपाल सिंह ने बताया कि ग्रामीण क्षेत्रों में पशुओं की देखभाल के लिए वेटरनरी विभाग को हाई अलर्ट पर रखा गया है।