इज़रायल-ईरान तनाव: इज़रायली हमले में ईरान के सेना प्रमुख जनरल मोहम्मद बाघेरी की मौत, आपातकाल घोषित

इज़रायल ने शुक्रवार तड़के ईरान पर बड़े पैमाने पर हवाई हमले किए, जिसमें ईरान की सशस्त्र सेनाओं के प्रमुख जनरल मोहम्मद बाघेरी की मौत हो गई। ईरानी सरकारी टीवी ने इस खबर की पुष्टि करते हुए कहा कि राजधानी तेहरान समेत कई शहरों में जोरदार विस्फोटों की आवाजें सुनी गईं। इस हमले के बाद इज़रायल ने देश में आपातकाल घोषित कर दिया है।

क्या हुआ?

इज़रायल के सैन्य अधिकारियों के अनुसार, यह हमला “पूर्व-खतरनाक” प्रकृति का था और इसका उद्देश्य ईरान के दर्जनों परमाणु और सैन्य ठिकानों को निशाना बनाना था। अधिकारियों ने दावा किया कि ईरान के पास कुछ ही दिनों में 15 परमाणु बम बनाने के लिए पर्याप्त यूरेनियम मौजूद है।

इज़रायल की खुफिया एजेंसियों का कहना है कि ईरान अपने परमाणु कार्यक्रम में उस “बिंदु” तक पहुंच चुका है जहाँ से वापसी संभव नहीं है। इसके तहत वह अब सैन्य-स्तर का यूरेनियम तेजी से तैयार कर सकता है।

ईरान की प्रतिक्रिया

ईरान ने इस हमले को “अतिक्रमण” बताया और कहा कि इसका जवाब देना उसका “वैधानिक और वैध अधिकार” है। विदेश मंत्रालय ने कहा, “यह हमला संयुक्त राष्ट्र चार्टर के अनुच्छेद 51 के अंतर्गत ईरान के आत्मरक्षा के अधिकार को सक्रिय करता है।”

ईरान ने यह भी आरोप लगाया कि यह हमला अमेरिका की जानकारी और मंजूरी के बिना नहीं हो सकता था, और इसलिए अमेरिका भी इसके परिणामों का जिम्मेदार है।

तेल और ऊर्जा परिसंपत्तियों पर असर नहीं

ईरानी तेल मंत्रालय ने बयान जारी कर कहा कि इस हमले के बावजूद देश की रिफाइनरी और ईंधन भंडारण केंद्रों को कोई नुकसान नहीं पहुंचा है और सभी सुविधाएं सामान्य रूप से काम कर रही हैं।

भारत की चेतावनी

तेहरान स्थित भारतीय दूतावास ने ईरान में रह रहे भारतीय नागरिकों को सतर्क रहने, अनावश्यक यात्रा से बचने और स्थानीय सुरक्षा निर्देशों का पालन करने की सलाह दी है।

ट्रम्प और नेतन्याहू की प्रतिक्रियाएं

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक टीवी साक्षात्कार में कहा कि ईरान को परमाणु बम नहीं बनाने दिया जाएगा और अमेरिका अब भी कूटनीतिक समाधान की उम्मीद रखता है। उन्होंने कहा, “ईरान के कुछ नेता अब शायद बातचीत की मेज़ पर न लौटें।”

इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले को “बहुत सफल” करार देते हुए कहा कि यह सिर्फ शुरुआत है और आगे भी कई दिन तक हमले जारी रह सकते हैं।