
नई दिल्ली: दिल्ली विकास प्राधिकरण (DDA) ने सोमवार को उत्तर दिल्ली के अशोक विहार स्थित जेलरवाला बाग झुग्गी बस्ती में बड़े पैमाने पर अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया। इस दौरान भारी पुलिस बल की मौजूदगी में करीब 200 झुग्गियों को ध्वस्त कर दिया गया। डीडीए का दावा है कि इस अभियान में केवल उन्हीं झुग्गियों को निशाना बनाया गया, जिनके निवासियों को पहले ही जेलरवाला बाग पुनर्वास परियोजना के तहत 1BHK फ्लैट आवंटित किए जा चुके थे।
डीडीए के अनुसार, इस परियोजना के तहत 1,078 पात्र परिवारों को पहले ही 25 लाख रुपये मूल्य वाले फ्लैट मात्र 1.4 लाख रुपये की सब्सिडी कीमत पर दिए जा चुके हैं। इस परियोजना पर कुल ₹421 करोड़ का खर्च आया है।
नाराज स्थानीय लोग बोले – “सैकड़ों परिवार अभी भी बेघर”
हालांकि स्थानीय निवासियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं ने डीडीए के दावे को खारिज करते हुए आरोप लगाया कि सैकड़ों परिवारों को आवंटन प्रक्रिया से बाहर कर दिया गया है।
रमा देवी, एक पीड़ित परिवार की सदस्य ने कहा, “केवल लगभग 1,000 परिवारों को फ्लैट मिले हैं, लेकिन 500 से अधिक परिवारों को आज भी कोई छत नहीं मिली। हमने वर्षों से घरेलू काम और सड़क पर दुकानदारी करके गुजारा किया, अब हमें बिना मुआवज़े और वैकल्पिक आश्रय के बेघर कर दिया गया है।”
कुछ लोगों ने नए फ्लैटों की गुणवत्ता और सुरक्षा पर भी सवाल उठाए। रोहित कुमार, जिन्हें पुनर्वास के तहत जेलरवाला बाग में फ्लैट मिला, ने बताया, “नई बिल्डिंग में पानी की समस्या है और सुरक्षा की स्थिति भी खराब है। पहले झुग्गियों में नीचे रहते थे, वहां ज़्यादा सुरक्षित महसूस होता था।”
डीडीए का बचाव – “सिर्फ अपात्र और पहले से पुनर्वासित झुग्गियों को हटाया”
डीडीए अधिकारियों ने कहा कि केवल वे ही ढांचे तोड़े गए जो या तो पहले से पुनर्वासित हो चुके थे या पुनर्वास योजना के लिए अपात्र थे। कोर्ट द्वारा संरक्षित लगभग 250 झुग्गियों को नहीं छुआ गया। डीडीए के अनुसार, 567 परिवार नीति मानकों के अनुसार अपात्र पाए गए।
पात्रता का निर्धारण 2012-2015 के मतदाता सूची में नाम और 12 प्रकार के पहचान पत्रों के आधार पर किया गया था। व्यावसायिक उद्देश्यों से झुग्गियों का उपयोग, 18 वर्ष से कम आयु के व्यक्ति और बिना राशन कार्ड के ऊपरी मंजिल पर रहने वाले लोग योजना से बाहर रखे गए थे। हालांकि, नौ परिवारों ने अपील प्रक्रिया के तहत पात्रता साबित कर फ्लैट प्राप्त किए।
राजनीतिक घमासान – AAP और BJP आमने-सामने
झुग्गी तोड़फोड़ के इस अभियान ने दिल्ली की राजनीति में नया मोड़ ला दिया है। आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर तीखा हमला करते हुए कहा, “BJP ने चुनाव में ‘जहां झुग्गी, वहां मकान’ का वादा किया था, अब झुग्गियां ही मिटा दी जा रही हैं। प्रधानमंत्री ने झूठ क्यों बोला?”
AAP नेता सौरभ भारद्वाज ने कहा, “BJP ने आश्वासन दिया था कि किसी झुग्गी को नहीं छुआ जाएगा, लेकिन सोमवार को एक दर्जन से अधिक बुलडोजर झुग्गियों पर चले। यह जनता से धोखा है।”
वहीं, BJP की ओर से इन आरोपों पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी गई है।
कई इलाकों में चल रहा है अतिक्रमण विरोधी अभियान
अशोक विहार के अलावा, डीडीए ने हाल ही में तैमूर नगर, मद्रासी कैंप और कालकाजी स्थित भूमिहीन कैंप में भी अतिक्रमण विरोधी अभियान चलाया है। 11 जून को कालकाजी में चल रहे अभियान का विरोध करने के दौरान AAP विधायक आतिशी को हिरासत में ले लिया गया था।
उन्होंने कहा, “BJP और मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता को झुग्गीवालों की हाय लगेगी। BJP आज झुग्गियां गिरा रही है, मैं आवाज़ उठा रही हूं, इसलिए जेल भेजी जा रही हूं।”
इस पूरे घटनाक्रम को लेकर सोशल मीडिया पर भी राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। केजरीवाल ने पोस्ट करते हुए लिखा, “इन्होंने दिल्ली को तीन महीने में बर्बाद कर दिया।”