BJP नेताओं के बयानों पर भड़के अमित शाह, कहा- पार्टी का लेना-देना नहीं

महात्मा गांधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे पर बीजेपी नेताओं के बयान से पार्टी अध्यक्ष अमित शाह नाराज नजर आ रहे हैं. उन्होंने एक के बाद एक कई ट्वीट कर इसकी जानकारी देते हुए कहा है कि बीते दो दिनों में अनंत कुमार हेगड़े, साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर और नलीन कटील के जो बयान आये हैं वह उनके निजी बयान हैं. इन बयानों का भारतीय जनता पार्टी से कोई संबंध नहीं है.

इतना ही नहीं इन नेताओं पर कार्रवाई के संकेत देते हुए अमित शाह ने ट्वीट कर बताया है कि अनुशासन समिति इन तीनों नेताओं से जवाब मांगेगी और 10 दिन के भीतर उसकी रिपोर्ट देने को कहा गया है.

बीजेपी नेता के किन बयानों से भड़के हुए हैं अमित शाह

गौरतलब है कि भोपाल से बीजेपी की उम्मीदवार साध्वी प्रज्ञा ने महात्मा गांधी के हत्यारे के लिए नाथूराम गोडसे को देशभक्त बता दिया था जिसके बाद पूरे देश में हंगामा मच गया था.

विपक्षी पार्टियों ने इसे चुनावी मुद्दा बना दिया था और साध्वी प्रज्ञा से इस पर तुरंत माफी मांगने की मांग की थी. बढ़ते दबाव के बाद बीजेपी की तरफ से उन्हें माफी मांगने के लिए कहा गया था तब जाकर साध्वी प्रज्ञा ने इस पर माफी मांगी.

नाथूराम गोडसे की तारीफ का सिलसिला यहीं खत्म नहीं हुआ और इसके बाद बीजेपी के दूसरे नेता और केंद्रीय मंत्री अनंत हेगड़े ने साध्वी प्रज्ञा के बयान को सही ठहराते हुए कहा कि मैं खुश हूं कि करीब 7 दशक बाद आज की नई पीढ़ी इस मुद्दे पर चर्चा कर रही है और साध्वी प्रज्ञा को इस पर माफी मांगने की जरूरत नहीं है.

हेगड़े ने अपने ट्विटर पर लिखा था कि अब समय है कि आप मुखर हों और माफी मांगने से आगे बढ़ें, अब नहीं तो कब. उनके इस बयान पर बवाल होने के बाद हेगड़े ने कहा था कि उनका ट्विटर अकाउंट हैक हो गया था और ट्वीट के लिए खेद जताया था.

गोडसे को लेकर कर्नाटक से बीजेपी सांसद नलिन कुमार कटील ने भी विवादित दिया था. उन्होंने गोडसे की तुलना राजीव गांधी से करते हए कहा था कि गोडसे ने एक को मारा, कसाब ने 72 को मारा, राजीव गांधी ने 17 हजार को मारा अब तय कर लो कि ज्यादा क्रूर कौन है. कटील दक्षिण कन्नड़ सीट से चुनाव लड़ रहे हैं.

गोडसे पर बयान से एक कदम आगे बढ़कर मध्य प्रदेश बीजेपी के प्रवक्ता अनिल सौमित्र ने तो अपने फेसबुक पेज पर महात्मा गांधी को पाकिस्तानियों का राष्ट्रपिता बता दिया.

अपने फेसबुक पर उन्होंने लिखा राष्ट्रपिता थे लेकिन पाकिस्तान राष्ट्र के. भारत राष्ट्र में तो उनके जैसे करोड़ों पुत्र हुए कुछ लायक तो कुछ नालायक. हालांकि उन्होंने अपने पोस्ट में सीधे तौर पर महात्मा गांधी का नाम नहीं लिया है. अनिल सौमित्र के इस बयान पर विवाद और बढ़ने की आशंका है.