AU: पीएचडी में एडमिशन को लेकर हुआ बड़ा बदलाव, नए सत्र में दाखिले को ऑनलाइन आवेदन आज से

इलाहाबाद विश्वविद्यालय एवं कॉलेजों में सत्र 2021-22 में दाखिले के लिए प्रथम चरण का आगाज शनिवार यानी 11 सितंबर से होगा। स्नातक, परास्नातक और व्यवसायिक पाठ्यक्रमों के लिए ऑनलाइन आवेदन शनिवार से लिया जाएगा। वेबसाइट www.aupravesh2021.com पर आवेदन किया जा सकेगा। आवेदन की अंतिम तिथि 3 अक्तूबर है। अक्तूबर के दूसरे सप्ताह से अलग-अलग पाठ्यक्रमों के प्रवेश परीक्षाएं शुरू होंगी। पीएचडी में प्रवेश के लिए अभी आवेदन नहीं शुरू होगा। शुक्रवार को प्रवेश प्रकोष्ठ के निदेशक प्रो. आईआर सिद्दीकी ने यह जानकारी पत्रकार वार्ता में चेयरमैन प्रो. आशीष सक्सेना, पीआरओ डॉ. जया कपूर की मौजूदगी में दी।

प्रो. सिद्दीकी ने बताया कि प्रवेश परीक्षा देशभर के 16 शहरों में ऑनलाइन और ऑफलाइन मोड में कराई जाएगी। जल्द ही पाठ्यक्रमवार प्रवेश परीक्षा की तिथि भी जारी कर दी जाएगी। प्रवेश परीक्षा में माइनस मार्किंग नहीं होगी। अंडर ग्रेजुएट एडमिशन टेस्ट (यूजीएटी) के तहत स्नातक, पोस्ट ग्रेजुएट एडमिशन टेस्ट-1 (पीजीएटी-1) के तहत नियमित पाठ्यक्रम, बीएएलएलबी और एलएलबी की प्रवेश परीक्षा ऑफलाइन और ऑनलाइन दोनों माध्यमों से होंगी। हालांकि, पोस्ट ग्रेजुएट एडमिशन टेस्ट-2 (पीजीएटी-2) के तहत बीएड, एमएड, एमबीए, एमबीए आरडी एवं अन्य पाठ्यक्रमों की प्रवेश परीक्षा केवल ऑफलाइन मोड में होंगी। प्रवेश परीक्षा की तिथि से एक सप्ताह पूर्व प्रवेश पत्र जारी कर दिया जाएगा। अभ्यर्थियों को वैध एडमिट कार्ड और परिचय पत्र के बगैर परीक्षा केंद्र में प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी। परीक्षा केंद्र पर मोबाइल, कैल्क्युलेटर एवं अन्य इलेक्ट्रानिक डिवाइस तथा किसी तरह के पेपर ले जाना प्रतिबंधित है। यह नकल की श्रेणी में माना जाएगा।

पांच नए शहरों में होगी प्रवेश परीक्षा

इस बार पांच नए राज्यों के शहरों में प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी। ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड में प्रयागराज के अलावा लखनऊ, वाराणसी, कानपुर, गोरखपुर, बरेली, पटना, नई दिल्ली के अलावा आजमगढ़ और भोपाल में पहली बाद प्रवेश परीक्षा होगी। बंगलुरु, कोलकाता, तिरुअनंतपुरम के अलावा हैदराबाद, गुवाहटी और जयपुर में पहली बार प्रवेश परीक्षा कराई जाएगी।

समाजशास्त्र में चार कॉम्बिनेशन

नए शैक्षणिक सत्र से बीए पाठ्यक्रम में समाजशास्त्र विषय शामिल किए गए हैं। इसमें कुल 60 सीटों पर प्रवेश दिया जाएगा। इसमें चार कॉम्बिनेशन तैयार किए गए हैं। प्रत्येक कॉम्बिनेशन में 15-15 सीटें तय की गई है। समाजशास्त्र/राजनीति विज्ञान/अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र/मनोविज्ञान/भूगोल, समाजशास्त्र/दर्शनशास्त्र/प्राचीन इतिहास और समाजशास्त्र/शिक्षाशास्त्र/मध्यकालीन एवं आधुनिक इतिहास को शामिल किया गया है।

चार नए पाठ्यक्रम में होगा प्रवेश

नए सत्र से चार तरह के नए पाठ्यक्रम भी शुरू किए गए हैं। इस बार छात्रों को पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड यूजी एंड पीजी प्रोग्राम इन फूड टेक्नोलाजी, पांच वर्षीय इंटीग्रेटेड बीसीए-एमसीए इन डेटा साइंस, बीवोक इन मीडिया प्रोडक्शन एंड वन एट सेंटर आफ वोकेशनल स्टडीज एंड स्किल डेवलपमेंट-बीवोक डिग्री प्रोग्राम इन साफ्टवेयर डेवलपमेंट शामिल है।

क्रेट लेवल-1 में नेट-जेआरएफ को भी देनी होगी परीक्षा

इस बार पीएचडी में दाखिले को लेकर बड़ा बदलाव किया गया है। प्रो. सिद्दीकी ने बताया कि नए सत्र से नेट-जेआरएफ उत्तीर्ण अभ्यर्थियों को भी संयुक्त शोध प्रवेश परीक्षा (क्रेट) में अनिवार्य तौर पर शामिल होना पड़ेगा। केवल विश्वविद्यालय तथा संघटक महाविद्यालयों के शिक्षकों, सैन्यकर्मी तथा विदेशी छात्रों को लेवल-1 यानी लिखित परीक्षा से छूट दी जाएगी। इससे पूर्व पीएचडी में दाखिले के लिए नेट-जेआरएफ उत्तीर्ण को लेवल-1 में शामिल होने से छूट दी जा रही थी। वह सीधे लेवल-2 यानी इंटरव्यू में शामिल होते थे। उन्होंने बताया कि नेट-जेआर अभ्यर्थियों को लेबल-2 यानी इंटरव्यू में वेटेज दिया जाएगा। नेट उत्तीर्ण छात्र को तीन और जेआरएफ अभ्यर्थी पांच फीसदी अंक प्रदान किए जाएंगे।