तामिलनाडु में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में अपनी शहादत देने वाले कैप्टन वरुण सिंह का शुक्रवार को मध्य प्रदेश की राजधानी भोपाल में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हो गया। शौर्य वीर वरुण को मुखाग्नि उनके छोटे भाई और बेटे ने दी।
आठ दिसंबर को तामिलनाडु के कुन्नूर में हुए हेलीकॉप्टर हादसे में वरुण घायल हुए थे,जबकि इस हादसे में सीडीएस बिपिन रावत उनकी पत्नी के अलावा 11 लोगों का निधन हुआ था। वरुण गंभीर हालत में थे और उनका अस्पताल में इलाज चला, जहां बुधवार को उन्होंने अंतिम सांस ली। गुरुवार को उनके पार्थिव शरीर भोपाल लाया गया था।
वरुण की अंतिम यात्रा शुक्रवार को सेना के अस्पताल से निकली। उनकी पार्थिव देह केा एक फूलों से सजाए गए वाहन में रखा गया, बड़ी संख्या में लोग इस अंतिम यात्रा में शामिल हुए। उनका सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार हिरदाराम मुक्तिधाम में हुआ। मुखाग्नि वरुण के बेटे और भाई तनुज सिंह ने दी।
मुाख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने संत हिरदाराम मुक्तिधाम पहुॅचकर वरुण के परिजनों से भेंट की। चौहान ने कहा अनंत आकाश के प्रहरी, ग्रुप कैप्टन वरुण सिंह को आज प्रदेश व देश ने नम आंखों से अंतिम विदाई दी है। वे हमें छोड़कर गये नहीं है, बल्कि अमर हो गये हैं। वे अपनी कर्तव्य परायणता, देशभक्ति और राष्ट्र के प्रति समर्पण के लिए सदैव याद आयेंगे। वीर सपूत के चरणों में विनम्र श्रद्धांजलि।
इससे पहले मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी स्मृतियों को अक्षुण रखने के लिए राज्य सरकार द्वारा सिंह के परिवार से विचार-विमर्श कर इस प्रकार की गतिविधि संचालित की जाएगी, जो आने वाली पीढ़ियों को देशभक्ति की प्रेरणा देती रहे। उनके परिवार को एक करोड़ रूपए की सम्मान निधि अर्पित की जाएगी।