
‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद पाकिस्तान के पक्ष में तुर्की और अज़रबैजान के खुले समर्थन ने भारत में तीखी प्रतिक्रिया को जन्म दिया है।
सोशल मीडिया पर #BoycottTurkey और #BoycottAzerbaijan जैसे हैशटैग ट्रेंड कर रहे हैं, और कई प्रमुख ट्रैवल कंपनियों ने इन दोनों देशों के लिए बुकिंग्स पर रोक लगा दी है। EaseMyTrip, Ixigo और WanderOn जैसी कंपनियों ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे केवल आवश्यक स्थिति में ही इन देशों की यात्रा करें।
व्यापारिक जगत में भी इसका असर देखा जा रहा है। पुणे के व्यापारियों ने तुर्की से आयात किए जाने वाले सेब का बहिष्कार कर दिया है, जिनकी बिक्री हर साल करीब ₹1,200 करोड़ तक होती थी।
राजनीतिक स्तर पर भी विरोध तेज हो गया है। तुर्की पर आरोप है कि उसने पाकिस्तान को सैन्य ड्रोन की आपूर्ति की है, जबकि अज़रबैजान की ओर से भारत विरोधी बयान सामने आए हैं।
भारत की जनता और व्यापारिक समुदाय का स्पष्ट संदेश है – जो देश भारत विरोधी रुख अपनाएंगे, उन्हें भारतीयों का समर्थन नहीं मिलेगा।