कैदियों के बीच चाकूबाजी की घटनाओं पर जेल प्रशासन अब तीसरी नजर से निगरानी रखेगा। जेल नंबर तीन के सभी बैरक आने-जाने के रास्ते, खानसामा और अन्य स्थानों पर करीब 600 से सीसीटीवी लगाए गए हैं। सीसीटीवी लगाने का सिलसिला गत माह अंकित गुर्जर की मौत के बाद से शुरू किया गया था।
उत्तर-प्रदेश के कुख्यात और सवा लाख के इनामी गैंगस्टर अंकित गुर्जर की मौत के बाद से इस जेल में कैदियों के बीच सप्ताहांत मारपीट और चाकूबाजी की घटनाएं हो रही हैं। इन घटनाओं को लेकर जेल अधीक्षक स्तर से लेकर वार्डर तक के जेल स्टाफ खासे परेशान हैं।
इसके अलावा अन्य जेलों में भी कैदी चोरी चुपके सर्जिकल ब्लेड, तंबाकू तथा अन्य प्रतिबंधित सामान लेकर आते रहते हैं।
अंकित की मौत के बाद 31 अगस्त से यहां सीसीटीवी कैमरे लगाने का काम लोक निर्माण विभाग ने शुरू किया था, जिसे अब पूरा कर लिया गया है।डीजी संदीप गोयल का कहना है कि जेल नंबर तीन में करीब 600 से अधिक सीसीटीवी लगाए गए हैं। अधिकांश सीसीटीवी कैदियों के बैरक, डयोढ़ी, तीन नंबर जेल के आने-जाने के रास्ते, कैंटीन, खानसामा और अधीक्षक कार्यालय सहित अन्य स्थानों पर लगाए गए हैं।
तिहाड़ जेल के अलावा अन्य जेलो में भी सीसीटीवी लगाने का कार्य चल रहा है। तिहाड़ के अलावा रोहिणी तथा मंडोली जेल में भी सीसीटीवी लगाए जाएंगे।