राजस्थान व मध्य प्रदेश में मूसलाधार बारिश से पिनाहट में चंबल खतरे के निशान पर बह रही है। 12 गांवों में बाढ़ जैसे हालात बनने से संपर्क कट गया है। रास्ते जलमग्न हो गए हैं। पांच गांवों में आवाजाही बंद है। बुधवार को डीएम प्रभु एन सिंह ने प्रभावित गांवों में हालातों का जायजा लिया। गोहरा, रानीपुरा, भटपुरा, मऊ की मढ़ैया और गुढ़ा गांव में स्टीमर से आवाजाही शुरू कराई है। बरसात में नदियां उफान पर हैं। शहर में यमुना लाल निशान से तीन कदम दूर बह रही है। मंगलवार को वाटरवर्क्स पर जलस्तर 492 फीट पहुंच गया। 495 फीट लो फ्लड लेवल है। यमुना उफनने से दयालबाग, मोहनपुर, खासपुर, बाईपुर मुस्तकिल समेत एक दर्जन गांव में खेत पानी में डूब गए हैं। गोकुल बैराज से रिकार्ड 49281 क्यूसेक पानी आगरा की ओर यमुना में छोड़ा गया है।