शिमला- Loksabha election 2019 हिमाचल प्रदेश में लोकसभा की चारों सीटों के लिए मतदान 19 मई को होगा। सात चरणों में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए हिमाचल में आखिरी चरण में मतदान होगा। इस कारण प्रदेश में दोनों प्रमुख राजनीतिक दलों भाजपा व कांग्रेस को प्रचार के लिए दो माह से अधिक का समय मिल गया है। रविवार को मुख्य चुनाव आयुक्त की ओर से चुनाव की घोषणा करते ही हिमाचल में भी चुनाव आचार संहिता लागू हो गई है।
हिमाचल में 22 अप्रैल को चुनाव की अधिसूचना जारी होगी। प्रदेश के लोगों को चुनाव परिणाम के लिए भी ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा। मतदान के चार दिन बाद 23 मई को चुनाव नतीजे घोषित हो जाएंगे। रविवार को पांच बजे चुनाव आचार संहिता लागू होने के बावजूद प्रदेश में कई जगह सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए लगाए गए बोर्डों व होर्डिंग्स को नहीं हटाया गया। आचार संहिता लागू होते ही ऐसे बोर्डों व होर्डिंग्स को हटाना व ढकना अनिवार्य होता है। प्रदेश की चारों लोकसभा सीटों में चुनाव करवाने के लिए निर्वाचन विभाग ने सभी तैयारियां पूरी कर ली हैं। प्रदेश के करीब 51 लाख मतदाता चारों सीटों पर प्रत्याशियों के भाग्य का फैसला करेंगे।
चुनाव के लिए प्रदेश में 7723 मतदान केंद्र बनाए गए हैं। प्रदेश के संवेदनशील व अति संवेदनशील स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगाने, सीमावर्ती क्षेत्रों में कड़ी निगरानी रखने और इसके लिए आवश्यक पुलिस बल तैनात करने के निर्देश जारी किए गए हैं। प्रदेश के जिन मतदान केंद्रों में दिव्यांग पंजीकृत
हैं, वहां व्हीलचेयरों के साथ रैंप आदि की सुविधा प्रदान करने की व्यवस्था होगी। शिक्षा व कल्याण विभाग को दिव्यांगों के लिए रैंप व व्हीलचेयरों की सुविधाएं प्रदान करने के निर्देश दिए गए हैं। प्रदेश में चुनाव के दौरान धन, शराब व नशीले पदार्थों पर नकेल कसने के लिए 200 से अधिक उड़नदस्ते और इतने ही निरीक्षण दल तैनात किए जाएंगे। उड़नदस्तों द्वारा इस्तेमाल की जाने वाली गाड़ियों पर जीपीएस लगा होगा।
- चुनाव आचार संहिता लागू, 22 अप्रैल को जारी होगी चुनाव की अधिसूचना
- 200 से अधिक उड़नदस्ते व निरीक्षण दल रखेंगे नजर
- प्रदेश में सबसे अधिक मतदान केंद्र मंडी लोकसभा क्षेत्र में 2079
- सबसे कम मतदान केंद्र हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में 1764
- शिमला लोकसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र 2006
- कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र में मतदान केंद्र 1874
- 338 नए मतदान केंद्र इस बार वर्ष 2014 में हुए लोकसभा चुनाव की अपेक्षा
- 94 मतदान केंद्र बढ़े मंडी लोकसभा क्षेत्र में
- 78 मतदान केंद्र बढ़े कांगड़ा लोकसभा क्षेत्र में
- 84 मतदान केंद्र बढ़े हमीरपुर लोकसभा क्षेत्र में
- 82 मतदान केंद्र बढ़े शिमला लोकसभा क्षेत्र में
- किसी मतदान केंद्र पर मतदाताओं की संख्या ग्रामीण क्षेत्र में 1000 और शहरी क्षेत्र में 1200 से ज्यादा होती है तो एक नया मतदान केंद्र बनाया जाता है
- 18 से 19 साल की उम्र के 88127 मतदाता पहली बार करेंगे मताधिकार का प्रयोग
- 09 लाख 75 हजार हैं 20 से 29 साल की उम्र के बीच युवा मतदाता
चुनाव के लिए पूरी तैयारी है। अति संवेदनशील मतदान केंद्रों पर सुरक्षा के पुख्ता प्रबंध रहेंगे