पटना । राष्ट्रीय जनता दल (राजद) सुप्रीमो लालू प्रसाद यादव के बेटे व बिहार विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव अभी उत्तर प्रदेश के दौरे पर हैं। वहां बीती रात उन्होंने बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती से मुलाकात की। सोमवार को वे समाजवादी पार्टी (सपा) सुप्रीमो व पूर्वमुख्यमंत्री अखिलेश यादव से भी मिल रहे हैं। तेजस्वी ने मायावाती के पैर छूकर उनका आशीर्वाद लिया। इस बाबत उन्होंने ट्विटर पर जानकारी दी है।
अपने ट्वीट में तेजस्वी ने लिखा है कि उन्होंने मायावती को जन्मदिन की अग्रिम श्ुाभकामनाएं दीं। मायावती के लिए उन्होंने लिखा कि उनके लिए नए लोगों के लिए मायावती जैसे बड़ों का दिशानिर्देश मायने रखता है।
मुलाकात को लेकर लगाए जा रहे कयास
बीते दिन तेजस्वी यादव बसपा सुप्रीमो मायावती से उनके आवास पा मिले। उत्तर प्रदेश में बसपा व सपा के गठबंधन की घोषणा के ठीक अगले ही दिन तेजस्वी का मायावती से मिलने को लेकर तरह-तरह के कयास लगाए जा रहे हैं। इन कयासोे को आज तेजस्वी व अखिलेश की मुलाकात से भी बल मिल रहा है। इन मुलाकातों को आगामी लोकसभा चुनाव से जोड़कर देखा जा रहा है।
तेजस्वी व मायावती ने कही ये बात
मायावती से दो घंटे की लंबी मुलाकात के बाद तेजस्वी ने मायावती और अखिलेश के एकीकरण के फैसले का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि कहा कि भाजपा देश भर में बाबा साहब अंबेडकर के संविधान के खिलाफ ‘नागपुर का कानून’ लागू करना चाहती है। उन्होंने नरेंद्र मोदी से निजी दुश्मनी से इनकार करते हुए कहा कि यह विचारधारा की लड़ाई है, हम देश आौर संविधान को बचाना चाहते हैं।
तेजस्वी ने कहा कि उनके पिता लालू प्रसाद यादव ने मायावती और अखिलेश के दलों का गठबंधन चाहा था। लालू प्रसाद आज जेल में हैं, क्योंकि उन्होंने कभी भाजपा के खिलाफ झुकना पसंद नहीं किया। लालू के खिलाफ साजिश में नीतीश कुमार भी शामिल हैं। मायावती ने भी कहा कि लालू प्रसाद यादव चूंकि सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ हैं, इसलिए उनके खिलाफ साजिश की जा रही है। मायावती ने कहा कि बिहार में राजद के साथ गठबंधन की चर्चा बाद में की जाएगी।