क्या वाकई खाकी इतनी कमजोर और लाचार हो गई है ?

जी मै बात कर रहा हु, बुलंदशहर हिन्दू मुस्लिम दंगे के शिकार हुए शहीद सुबोध सिंह की , हमारे समाज के कुछ अराजक संगठनो की वजह से एक पत्नी से उसका सुहाग छिन  जाता है, एक पुत्र के ऊपर से उसके पिता का शाया सदा के लिए उठ जाता है.
सत्य की जाँच करने वाले सत्याधीश मौनमुद्रा में चले जाते है और लोग हत्यारे का नाम सम्मान से ले रहे है और एक विधवा अपने पति के लिए विलाप कर रही है.
क्या कारण  था की एक पुलिस अधिकारी को अपनी जान गवानी  पड़ी, ये अधिकारी अख़लाक़ हत्याकांड की जांच कर रहे थे, और इनकी इस तरह से हत्या होने के पीछे कई कारण  हो सकते है.
गोकशी के शक में हिंसा भड़काने के आरोप में पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार किया। हिंसा और इस दौरान मारे गए इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की हत्या में मुख्य आरोपी बजरंग दल नेता योगेश राज अभी भी फरार है।
इनमे से एक आरोपी  बजरंग दल का नेता और एक भा.ज.पा. का युवा अध्यक्ष बताया जा रहा है.
अर्पित श्रीवास्तव
(ओवरलुक  मीडिया )