चंडीगढ़, जेएनएन। फायर ब्रांड नेता अौर पंजाब के कैबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू एक बार फिर अपने पाकिस्तान दौरे को लेकर विवाद में आ गए हैं। वह खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला के साथ नजर आए हैं और चावला के साथ उनकी फोटो साेशल मीडिया पर वायरल हो रही है। यह फोटो चावला नाम से बने फेसबुक वॉल पर नजर आ रहा है।
सोशल मीडिया पर गोपाल सिंह चावला के साथ फोटो से मचा बवाल
बता दें कि नवजोत सिंह सिद्धू पाकिस्तान के करतारपुर में कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में भाग लेने वहां गए थे। इस समारोह में केंद्रीय मंत्री हरसिमरत कौर बादल और हरदीप पुरी भी शामिल हुए थे। बुधवार को आयोजित समारोह में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाक में बनने वाले कॉरिडोर के हिस्से का शिलान्यास किया था। इस समारोह में खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला के भी नजर अाने से विवाद पैदा हो गया है।
इसके बाद वीरवार को चावला की नवजाेत सिंह सिद्धू के साथ फोटो वायरल होने पर सनसनी फैल गई। गाेपाल सिंह चावला के नाम से बने फेसबुक अकाउंट पर डाली गई फोटो में सिद्धू के साथ चावला नजर आ रहा है। इसमें चावला के हवाले से लिखा गया है- ‘ विथ सिद्धू पा जी’। इस फोटो के वायरल होने के बाद विवाद पैदा हो गया है। अभी सिद्धू की ओर से इस पर कुछ नहीं कहा गया है और इस फोटो की सत्यता के बारे में भी कोई पुष्टि नहीं हो रही है, लेकिन इस पर बवाल होना तय लग रहा है।
बता दें कि सिद्धू पाकिस्तान के अपने पिछले दौरे के समय पाक आर्मी चीफ जनरल कमर जावेद बाजवा से गले मिलने के कारण निशाने पर आ गए थे। सिद्धू पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान के शपथ ग्रहण समारोह में गए थे और उसी दौरान वह बाजवा से गले मिले थे। इस पर उनकी काफी किरकिरी हुई थी। वह इस बार पाकिस्तान गए तो उनसे इस बारे में पाकिस्तानी मीडिया ने भी सवाल किया था। इसके जवाब में सिद्धू ने फिर विवादित बात कह दी। उन्होंने कहाकि जनरल बाजवा से गले मिलना रॉफेल डील जैसा तो नहीं था।
चावला ने एसजीपीसी प्रधान के साथ भी अपनी फोटो पोस्ट की
बाद में गोपाल सिंह चावला ने शिरोमणि सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के प्रधान गोबिंद सिंह लोंगोवाल के साथ भी अपनी तस्वीर अपने फेसबुक वॉल पर पोस्ट कर दी। सिद्धू के साथ फोटाे पोस्ट करने पर विवाद पैदा होने के बाद चावला ने एक विदेशी न्यूज चैनल से बातचीत में कहा था कि मैं कुछ समय बाद एसजीपीसी प्रधान गोविंद सिंह लोगोंवाल के साथ भी खींची तस्वीर को फेसबुक पर अपलोड करूंगा। इसके बाद उसने यह फोटो पोस्ट कर दी।
कॉरिडोर समारोह में पहुंचा खालिस्तानी आतंकी चावला, पाक आर्मी चीफ से मिलाया हाथ
अमन की बात करने वाले पाकिस्तान का असली चेहरा बुधवार को उस समय सामने आ गया जब श्री करतारपुर साहिब गुरुद्वारा कॉरिडोर के शिलान्यास समारोह में खालिस्तानी आतंकी गोपाल सिंह चावला दिखा। इस दौरान चावला ने पाक सेना प्रमुख कमर जावेद बाजवा से हाथ भी मिलाया। भारतीय सुरक्षा एजेंसियों का कहना है कि चावला आइएसआइ के लिए सक्रिय रूप से काम करता है।
चावला का नाम इसी महीने अमृतसर के अदलीवाल में निरंकारी भवन पर आतंकी हमले की साजिश में नाम आया था। इस हमले में तीन लोगों की मौत हो गई थी और 22 लोग जख्मी हुए थे। गोपाल सिंह चावला पाकिस्तान सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का महासचिव है और उसे 26/11 मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का करीबी माना जाता है।
21 व 22 नवंबर को भारतीय उच्चायोग के राजनयिक अधिकारियों के साथ गुरुद्वारा ननकाना साहिब में बदसुलूकी में भी चावला का नाम सामने आया था। चावला पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ व लश्कर-ए-तैयबा चीफ हाफिज सईद के साथ मिलकर पंजाब में आतंक फैलाने की साजिश रच रहा है।
कुछ माह पहले मुंबई आतंकी हमले के मास्टर माइंड हाफिज सईद के साथ उसकी एक तस्वीर वायरल हुई थी।
तीन माह पहले खालिस्तानी समर्थकों व आइएसआइ के बीच एक मीटिंग भी हुई थी। इसमें चावला भी मौजूद था। इसके अलावा रेफरेंडम 2020 के बहाने यह पंजाब के युवाओं को बहका रहा है। इसी मामले में सुरक्षा एजेंसियों को इसकी तलाश है।
इनकी भी तलाश
हरमीत सिंह उर्फ हैप्पी (पाकिस्तान), गुरुजिंदर सिंह उर्फ शास्त्री (इटली), गुरुशरणबीर सिंह उर्फ गुरुशरण सिंह वालिया उर्फ पहलवान (ब्रिटेन), गुरुजंट सिंह ढिल्लों (ऑस्ट्रेलिया) भी सुरक्षा एजेंसियों को तलाश है।
जहां लगे खालिस्तानी नारे, वहां भारत के नेता क्यों बैठे रहे: प्रो. चावला
प्रदेश की पूर्व सेहतमंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने पाकिस्तान स्थित करतारपुर साहिब कॉरिडोर के लिए किए गए प्रयासों पर खुशी व्यक्त की है। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि खालिस्तानी आतंकी नेता गोपाल सिंह चावला भी उसी मंच पर मौजूद था जिस मंच पर भारत के दो केंद्रीय मंत्री और पंजाब के केबिनेट मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू मौजूद थे। उन्होंने कहा कि गोपाल सिंह चावला न केवल मंच पर मौजूद था बल्कि वह खालिस्तान की बात करते हुए खालिस्तान के नारे भी लगवा रहा था।
उन्होंने कहा कि शर्म की बात है कि गोपाल सिंह चावला ने बाजवा का हाथ थामकर अपनी छाती पर लगाया। मानों वह उनसे सुरक्षा मांग रहा हो। प्रोफेसर चावला ने कहा कि ऐसे में अच्छा होता हमारे ये तीनों नेता केवल गुरु घर में प्रणाम करके गोपाल सिंह चावला की उपस्थिति का विरोध दर्ज करवाते और वहां से उठकर चले आते।
उन्होंने इस बात पर दुख व्यक्त किया कि न तो इन तीनों नेताओं में से किसी ने गोपाल सिंह चावला की उपस्थिति का विरोध जताया और न ही खालिस्तानी नारों के विरोध में एक भी शब्द कहा। केंद्र सरकार को इस मामले का कड़ा संज्ञान लेना चाहिए।