गाजियाबाद । भोपुरा से टीला मोड़ जाने वाली रोड पर बृहस्पतिवार रात करीब ढाई बजे कार में जलकर दिल्ली के आम आदमी पार्टी (AAP) कार्यकर्ता की मौत हो गई। सूचना पर पहुंची दमकल की गाड़ी ने आग पर काबू पाया। मृतक के परिजनों ने साहिबाबाद थाने में कार में आग लगाकर हत्या करने की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। फोरेंसिक टीम ने मौके से साक्ष्य जुटाए हैं। साहिबाबाद पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
दिल्ली के बुद्ध नगर इंद्रपुरी में नवीन कुमार दास (44) परिवार के साथ रहते थे। उनकी बड़ी बहन दीक्षा ने बताया कि नवीन कुमार आम आदमी पार्टी में दिल्ली विधानसभा सचिव के पद पर थे। बृहस्पतिवार रात करीब ढ़ाई बजे टीला मोड़ पुलिस चौकी पर भोपुरा लोनी रोड स्थित आइओसीएल गोदाम के पास उनकी कार में आग लगने की सूचना मिली थी।
पुलिस ने दमकल विभाग को सूचना दी। मौके पर पहुंचे दमकलकर्मियों ने आग पर काबू पाया। हालांकि जब तक आग बुझी उसमें बैठे नवीन कुमार दास जल चुके थे। पुलिस को कार से उनका कंकाल मिला। साहिबाबाद थाना प्रभारी निरीक्षक दिनेश कुमार का कहना है कि जांच में पता चला कि कार ब्रेजा है। कार के नंबर के आधार पर पुलिस नवीन के परिजनों तक पहुंची और उन्हें घटना के बारे में बताया।
घटना की सूचना पाक रात ही नवीन के परिजन मौके पर पहुंचे। दीक्षा का कहना है कि उनके भाई नवीन कुमार गाजियाबाद क्यों आए थे, किसी को जानकारी नहीं है। अक्सर वह घर पर बताकर जाते थे कि कहां और क्यों जा रहे हैं? उन्हें कोई गाजियाबाद लेकर आया और रात में सुनसान इलाके में सड़क के किनारे कार में आग लगाकर जिंदा जला दिया।उनका कहना है कि हो सकता है पहले हत्या की गई हो इसके बाद इसे हादसे का रूप देने के लिए कार में आग लगाई गई हो। अक्सर आग लगने के बाद कार खड़ी कर लोग बाहर निकल जाते हैं। नवीन कुमार के भाई मनोज कुमार ने साहिबाबाद थाने में मामले में हत्या की आशंका जताते हुए रिपोर्ट दर्ज कराई है। उनका कहना है कि नवीन की किसी से कोई दुश्मनी नहीं थी। वह सबकी मदद करते थे। नवीन ने शादी नहीं की थी।
कैसे लगी आग नहीं हुआ स्पष्ट
मालूम हो कि मारुति-सुजुकी की ब्रेजा कार डीजल की थी। जानकारों के अनुसार डीजल कार में आसानी से आग नहीं लगती है। साहिबाबाद अग्निशमन अधिकारी एए हुसैन का कहना है कि घठना के बाद दमकल ने आग बुझाई। हालांकि, आग कैसे लगी ये अभी पता नहीं चल सका है। साहिबाबाद थाना प्रभारी का कहना है कि कार में सेट्रल लॉकिंग थी। आग लगते ही कॉर सेंट्रल लॉक हो गई थी। हो सकता है, इस वजह से नवीन को बाहर निकलने का मौका नहीं मिला हो। फोरेंसिक टीम ने मौके से नूमने लिए हैं। फोरेंसिक रिपोर्ट से ही पता चलेगा कि कार में आग अपने आप लगी या किसी ने लगाई है। पुलिस भी कई बिन्दुओं पर घटना की जांच कर रही है।
मोबाइल से खुलेगा मौत का राज
पुलिस ने मृतक नवीन कुमार दास का मोबाइल नंबर लिया है। पुलिस नंबर का विवरण निकालने में जुटी है कि किन नंबरों पर नवीन की बृहस्पतिवार रात बात हुई थी। वह गाजियाबाद क्यों आए थे। क्या उनके था कोई और था। आखिरी बार किससे बात हुई थी। सर्विलांस के जरिए साहिबाबाद पुलिस इन सब सवालों का जवाब खोजने में जुटी है।