राजधानी में बुधवार को उपराज्यपाल विनय कुमार सक्सेना, मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत ने 350 नई इलेक्ट्रिक बसों को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया. इसके बाद दिल्ली ऐसा पहला राज्य बन गया है, जहां सबसे अधिक इलेक्ट्रिक बसों का संचालन होता है. दरअसल दिल्ली में वर्ष 2025 तक 8,000 इलेक्ट्रिक बसें चलाने की योजना है. इन बसों के बेड़े में शामिल होने के बाद दिल्ली में इलेक्ट्रिक बसों की संख्या कुल 1,650 हो गई है। बसों को हरी झंडी दिखाने से पहले सीएम केजरीवाल, एलजी वीके सक्सेना और परिवहन मंत्री कैलाश गहलोत व अन्य अधिकारियों ने इलेक्ट्रिक बसों का निरीक्षण किया. इन इलेक्ट्रिक बसों को परिवहन विभाग पहली बार कलेक्टर स्कीम के अंतर्गत चलाएगा. स्क्रीन इलेक्ट्रिक बसों को जेबीएम ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट में पहली बार मेगा वॉट चार्जिंग सॉल्यूशन के आधार पर बनाया है. बसों में सबसे पहले दिल्ली के सरकारी स्कूल के बच्चों ने सफर किया और उनमें काफी उत्साह देखने को मिला। इस दौरान 350 में से 12 इलेक्ट्रिक बस महिला चालकों द्वारा चलाई गई, जिससे उनमें काफी उत्साह दिखा. निरीक्षण के दौरान उपराज्यपाल, मुख्यमंत्री और परिवहन मंत्री ने महिला बस चालकों का मनोबल बढ़ाया और कहा कि वह अन्य महिलाओं को भी प्रेरित करें. बता दें कि इलेक्ट्रिक बसों के संचालन से ध्वनि और वायु प्रदूषण नहीं होगा. साथ ही ये बसें सीसीटीवी कैमरे, पैनिक बटन, जीपीएम, टू वे कम्यूनिकेशन आदि तकनीकों से लैस है. इतना ही नहीं, बस में डिजिटल स्क्रीन भी लगाई गई है।