यमुनोत्री और गंगोत्री धाम में 14 यात्रियों की मौत हो चुकी थी, इनके अलावा केदारनाथ में पांच और बदरीनाथ में एक श्रद्धालु की मृत्यु की सूचना है। इस तरह छह दिन में 20 तीर्थयात्रियों की मौत।वृद्ध और बीमार तीर्थयात्रियों की जान पर पैदल यात्रा भारी पड़ रही है। सरकार और स्वास्थ्य विभाग की ओर से चारधाम यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के इंतेज़ाम होने के दावे किये जा रहे है। कोविड महामारी के कारण दो साल बाद चारधाम यात्रा पूरी क्षमता के साथ संचालित हो रही है। केदारनाथ, बदरीनाथ, गंगोत्री व यमुनोत्री धाम में क्षमता से दोगुने से अधिक यात्री दर्शन के लिए पहुंच रहे हैं,इस बार यात्रा शुरू होने के छह दिन के भीतर 20 तीर्थ यात्रियों की पैदल यात्रा करते समय अचानक मौत हुई है। यात्रा मार्गों पर स्वास्थ्य सेवाओं के लिए डॉक्टर, पैरामेडिकल की टीमें तैनात हैं।डॉक्टरों के साथ दवाईयां, एंबुलेंस की पर्याप्त व्यवस्था की गई है।