सऊदी अरब में मदीना के पास बस-टैंकर टक्कर में 42 भारतीयों की मौत

सऊदी अरब के पवित्र शहर मदीना के पास उमरा तीर्थयात्रियों को ले जा रही एक बस में देर रात भीषण आग लगने से कई भारतीय नागरिकों की दर्दनाक मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, बस में कुल 45 यात्री सवार थे, जिनमें बड़ी संख्या में भारतीय थे। यह हादसा इतना भयावह था कि बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई, और कई यात्रियों की मौके पर ही मृत्यु हो गई।

रिपोर्टों में बताया गया है कि मृतकों में लगभग 16 तीर्थयात्री हैदराबाद के रहने वाले थे, जो शहर की दो ट्रैवल एजेंसियों—अल-मीना हज एंड उमरा ट्रैवल्स और एक अन्य हैदराबाद-आधारित एजेंसी—के जरिए उमरा के लिए गए थे। शवों की पहचान का काम अभी भी जारी है, क्योंकि आग की तीव्रता के कारण पहचान प्रक्रिया जटिल हो गई है।


ओवैसी ने दूतावास से की बात, पीड़ित परिवारों को सहायता की अपील

हैदराबाद के सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने इस हादसे को ‘बेहद दर्दनाक और दुखद’ बताया। उन्होंने कहा कि वे लगातार रियाद स्थित भारतीय दूतावास के डिप्टी चीफ ऑफ मिशन अबू मैथेन जॉर्ज से संपर्क में हैं। जॉर्ज ने उन्हें आश्वासन दिया है कि दूतावास पीड़ितों और उनके परिजनों के लिए संबंधित सऊदी अधिकारियों से तेजी से समन्वय कर रहा है।

ओवैसी ने केंद्र सरकार से आग्रह किया कि:

  • मृतकों के पार्थिव शरीर को जल्द से जल्द भारत लाया जाए
  • घायलों को उच्च स्तरीय चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराई जाए
  • प्रभावित परिवारों को आर्थिक और राजनयिक सहायता प्रदान की जाए

उन्होंने कहा कि यह घटना न केवल हैदराबाद बल्कि पूरे देश के लिए एक बड़ा सदमा है।


विदेश मंत्री जयशंकर का प्रतिक्रिया — “गहरा दुख, पूरी सहायता जारी”

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने इस दुर्घटना पर गहरी संवेदना व्यक्त की। अपने बयान में उन्होंने कहा कि उन्हें मदीना के पास हुए इस हादसे की जानकारी मिलते ही दूतावास और वाणिज्य दूतावास को तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।

जयशंकर ने X (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट करते हुए कहा:

“मदीना में भारतीय नागरिकों से जुड़ी इस दुर्घटना से गहराई से दुखी हूँ। रियाद में भारतीय दूतावास और जेद्दा में वाणिज्य दूतावास प्रभावित यात्रियों और उनके परिजनों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रहे हैं। मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूँ और घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूँ।”

विदेश मंत्रालय ने भी अपने स्तर पर एक विशेष टीम तैनात कर दी है, जो सऊदी अधिकारियों के साथ मिलकर राहत और पहचान प्रक्रिया में जुटी हुई है।


घटना कैसे हुई? अभी भी जांच जारी

स्थानीय मीडिया की रिपोर्टों के अनुसार, बस मदीना की ओर जा रही थी तभी उसमें अचानक आग लग गई। माना जा रहा है कि आग इंजन में तकनीकी खराबी के कारण लगी, लेकिन वास्तविक कारणों का पता लगाने के लिए जांच जारी है। आग इतनी तेजी से फैली कि कई यात्री बस से बाहर निकल ही नहीं पाए। घायल यात्रियों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।


परिवारों में गम का माहौल, ट्रैवल एजेंसियों ने भी किए संपर्क

हैदराबाद में मृतकों और घायलों के परिजनों को घटना की जानकारी मिलने के बाद उनके घरों में गम और चिंता का माहौल है। संबंधित ट्रैवल एजेंसियों ने भी सऊदी अधिकारियों और भारतीय दूतावास के साथ समन्वय शुरू कर दिया है। एजेंसियों ने कहा कि यथासंभव सहायता की जाएगी और परिवारों को लगातार अपडेट दिए जा रहे हैं।


भारत सरकार की अगली कार्रवाई

विदेश मंत्रालय ने संकेत दिया है कि एक विशेष टीम शवों की पहचान, दस्तावेज़ीकरण और प्रत्यावर्तन (repatriation) की प्रक्रिया को तेज करेगी। जैसे ही सऊदी प्रशासन से अनुमति मिलती है, मृतकों के पार्थिव शरीर भारत भेजे जाएंगे।