जलशक्ति मंत्री ने बाढ़ को देखते हुई बांधो का निरीक्षण किया, बाढ़ प्रभावित से मिले और बोले- संकट के समय सरकार साथ खड़ी है

गोरखपुर के राप्ती और रोहिन नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचने की सूचना पर जलशक्ति मंत्री महेंद्र सिंह ने मंगलवार देरशाम बंधों का निरीक्षण किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार बाढ़ पीड़ितों के साथ खड़ी है। एक-एक नुकसान की भरपाई की जाएगी। नदियां उफनाई हैं, लेकिन स्थिति नियंत्रण में है। गुरुवार से नदियों के जलस्तर में कुछ कमी के आसार हैं।

जलशक्ति मंत्री ने सबसे पहले रोहिन नदी के मानीराम-कुदरिहा बंधे का निरीक्षण किया है। इस बंधे से पानी का रिसाव हो रहा था। इससे आसपास के लोग दहशतजदा थे। जलशक्ति मंत्री ने बंधे पर शरण लेने वाले बाढ़ प्रभावितों से बात की और कहा कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार तीन गुना ज्यादा बारिश हुई है। नदियां खतरे का निशान पार कर गई हैं। इसके बावजूद बंधे सुरक्षित हैं। जहां पानी का रिसाव है, वहां काम कराया जा रहा है।

गोरखपुर के अलावा बलरामपुर, सिद्धार्थनगर और महराजगंज में बाढ़ का असर ज्यादा है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मार्गदर्शन में राहत-बचाव कार्य जारी है। प्रभावितों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा रहा है। राशन उपलब्ध कराया गया है। रात नौ बजे के आसपास जलशक्ति मंत्री ने शहरी क्षेत्र के ग्रीन सिटी फेज टू स्थित माधवपुर बंधे का निरीक्षण किया है। जलशक्ति मंत्री ने बंधे पर रहने वालों से बात भी की।

गुरुवार से जलस्तर कम होने के आसार

जलशक्ति मंत्री ने कहा कि सरयू नदी का जलस्तर स्थिर हो गया है। बलरामपुर व सिद्धार्थनगर की तरफ नदियों का जलस्तर कम हुआ है। इसका प्रभाव गोरखपुर की नदियों में बृहस्पतिवार तक देखने को मिल सकता है। नदी बुधवार को तो बढ़ेगी, लेकिन बृहस्पतिवार से पानी में कमी के आसार हैं। अगर सरयू नदी का जलस्तर कम हुआ तो राप्ती नदी का पानी तेजी से निकलेगा। रोहिन नदी का जलस्तर भी स्थिर हुआ है। बाढ़ की चुनौती से जल्द राहत मिलने की उम्मीद है।

आज भी बांधों का निरीक्षण किए

जलशक्ति मंत्री मंगलवार रात गोरखपुर में रुके। बुधवार सुबह राप्ती नदी के अलग-अलग बांधों का निरीक्षण किए। सिंचाई विभाग के अफसरों से लगातार संपर्क में हैं। वह एक-एक बांध की निगरानी व मजबूती की जानकारी ले रहे हैं।