आम आदमी पार्टी- के राज्यसभा सदस्य संजय सिंह और दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया सहित पार्टी नेताओं ने शुक्रवार को दिल्ली की मतदाता सूचियों से मतदाताओं के नाम काटे जाने के मामले में पार्टी के कॉलसेंटरों के खिलाफ पुलिस कार्रवाई को नियम विरुद्ध बताते हुS चुनाव आयोग के समक्ष शिकायत की।
आयोग से रवाना होने के कुछ समय बाद ही पार्टी के एक कॉलसेंटर पर पुलिस कार्रवाई के विरोध में आप नेताओं ने वापस निर्वाचन सदन आकर धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया।
न्यूज एजेंसी भाषा के अनुसार, सिसोदिया ने ट्वीट कर बताया, ”हमारे कॉल सेंटर पर पुलिस छापेमारी करा दी गई है। पिछले चार दिन में यह तीसरी छापेमारी है। आज सुबह ही मैं चुनाव आयोग से मिलकर आया था। उसके एक घंटे में कॉल सेंटर पर पुलिस छापेमारी हो गई। इससे साफ है कि आयोग हमारा सारा डेटा मोदी जी को देना चाहता है। मैं फिर आयोग जा रहा हूं।”
आयोग पहुंच कर आप नेता चुनाव आयुक्त से मिलने की मांग करने लगे। सुरक्षाकर्मियों द्वारा निर्वाचन सदन में प्रवेश की अनुमति नहीं दिए जाने पर सिसोदिया और संजय सिंह सहित आप के नेता धरने पर बैठ गए। सिसोदिया ने कहा, ”मैं चुनाव आयोग के बाहर खड़ा हूँ और चुनाव आयोग से मिलने के लिए इंतजार कर रहा हूँ। जब तक चुनाव आयुक्त नहीं मिलेगे तब तक मैं निर्वाचन सदन के बाहर इंतजार करूंगा।”
इस बीच आप संयोजक और मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर एक और कॉलसेंटर पर पुलिस कार्रवाई की जानकारी दी। उन्होंने कहा, ”पुलिस एक और कॉल सेंटर पर पहुंच गR है। पुलिस कॉलसेंटर के सर्वर और अन्य आंकड़ों की जानकारी मांग रही है।”
धरने पर बैठे नेताओं में संजय सिंह और सिसोदिया के अलावा आतिशी और राघव चड्ढा शामिल हैं। इससे पहले आयोग के समक्ष शिकायत करने के बाद सिसोदिया ने कहा कि भाजपा के इशारे पर दिल्ली पुलिस आम आदमी पार्टी के सहयोगियों एवं कार्यकर्ताओं को गैरकानूनी तरीके से परेशान कर रही है। इस संबंध में हमने चुनाव आयोग से शिकायत कर दोषी पुलिस अधिकारियों को बर्खास्त करने की मांग की है।