दिल्ली में मृत घोषित किशोरी झारखंड में अपने घर लौटी, पुलिस को सुनाई ये आपबीती

दिल्ली के मियांवली नगर इलाके में मृत घोषित की गई लड़की के छह माह बाद अचानक अपने घर लौट आने से इस मामले में नया मोड़ आ गया है। बीते सोमवार को झारखंड स्थित अपने घर लौटकर किशोरी ने परिजनों को आपबीती सुनाई, जिसके बाद दिल्ली पुलिस को भी इसकी सूचना दी गई। मामले की जानकारी मिलते ही दिल्ली पुलिस की टीम मामले की जांच के लिए झारखंड रवाना हो गई है।

रांची के लतंग थाना प्रभारी विकास कुमार ने कहा, ”लड़की ने झारखंड पुलिस को बताया कि वह नोएडा के एक घर में काम कर रही थी जहां एक दिन उसने न्यूज चैनल पर अपनी हत्या के बारे में एक खबर के साथ अपनी फोटो देखी था। इसके बाद उसने अपने नियोक्ता को इस खबर के बारे में बताया था और इसके बारे में पुलिस को सूचित करने में उसकी मदद मांगी थी। हालांकि, नियोक्ता ने पुलिस को कुछ नहीं बताया। ऐसा लगता है कि नियोक्ता को यह डर था कि नाबालिग लड़की से काम कराने के मामले में पुलिस उन्हें भी पकड़ लेगी।”

किसकी थी नाले से मिली लाश

अब पुलिस यह पता लगाने की कोशिश कर रही है कि मई माह में मियांवाली नगर के नाले बरामद की गई लाश आखिर किसकी थी। पुलिस शरीर के अंगों से उसकी पहचान करने की कोशिश कर रही है। वहीं, लड़की के दावों की पुष्टि करने के लिए पुलिस नोएडा में उसके नियोक्ता से भी पूछताछ कर सकती है।

आरोपियों ने कबूल कर लिया था गुनाह

खास बात यह है कि सोनी कुमारी की हत्या के लिए प्लेसमेंट एजेंसी के मालिक मनजीत करकेटा (30 वर्षीय) और दो अन्य लोगों को गिरफ्तार किया था। पुलिस की पूछताछ में उन्होंने सोनी कुमारी की हत्या करने के बारे में गुनाह कबूल भी कर लिया था। उन्होंने बताया था कि तीन साल पहले करकेटा और उसका साथी राकेश नौकरी दिलाने का झांसा देकर सोनी को दिल्ली में लेकर आए थे। पुलिस ने बताया कि गिरफ्तार लोगों ने उन्हें बताया था कि उन्होंने लड़की की हत्या करने के बाद और नंगलोई के एक घर में उसके शरीर के 12 टुकड़े कर दिए थे क्योंकि वह घरेलू नौकरानी के रूप में काम करने से कमाए गए अपने वेतन के 2 लाख रुपये उनसे मांग रही थीं। इसके बाद उन्होंने लाश के टुकड़ों को एक यात्रा बैग में भरकर मियांवाली नगर के नाले में फेंक दिया था।

टुकड़ों में नाले से मिली थी लाश

जानकारी के अनुसार, इस साल चार मई को मियांवली नगर में नाले से टुकड़ों में कटी एक लड़की की लाश बरामद की गई थी। उसकी पहचान झारखंड के गुमला निवासी सोनी (16) के रूप में की गई थी। लड़की के परिजनों द्वारा लाश की शिनाख्त किए जाने पर पुलिस ने आगे की जांच शुरू की। इसमें पुलिस ने चार लोगों को गिरफ्तार भी किया था। जांच में सामने आया था कि गिरफ्तार किए गए लोग उस  किशोरी को नौकरी दिलाने के नाम पर दिल्ली लेकर आए थे, लेकिन यहां लेकर वो उसे वेतन नहीं देते थे। बार-बार वेतन मांगने पर उन्होंने किशोरी की हत्या करने के बाद शव के टुकड़े कर नाले में फेंक दिया था।

किशोरी की डीएनएन जांच करा सकती है पुलिस

बताया जाता है कि कुछ दिन पहले ही मृत घोषित की गई किशोरी सोनी अचानक से झारखंड के गुमला में स्थित अपने घर पर पहुंच गई। इस बात की जानकारी परिजनों ने स्थानीय पुलिस को दी जिससे बाहरी जिला पुलिस को इसके बारे में जानकारी मिली। इसके बाद गुरुवार को पुलिस की एक टीम झारखंड के लिए रवाना कर दी गई है। पहले पुलिस किशोरी से पूछताछ करेगी और फिर जरूरत होने पर उसकी डीएनएन जांच भी कराई जा सकती है।