बस्ती । बस्ती चीनी मिल में नीलामी का स्क्रैप निकलवाने के लिए पहुंचे प्रशासनिक अधिकारियों व मिल कर्मचारियों में तीखी नोक-झोंक हो गई। इसके बाद रविवार को दिन में करीब दो बजे चीनी मिल कर्मचारी सक्रैप ले जाने से अधिकारियों को रोकने लगे जबकि प्रशासन नीलाम हुए स्क्रैप को ले जाने के लिए दबाव बनाने लगा। इसी बीच तीन कर्मचारी तिरंगा झंडा लेकर मिल की 100 फीट ऊंची चिमनी पर चढ़ गए। कर्मचारियों का कहना कि वे स्क्रैप ले जाने के विरोध में नहीं हैं लेकिन पहले उनका बकाया वेतन का भुगतान किया।
तीन साल से धरना दे रहे हैं कर्मचारी
बता दें कि बस्ती चीनी मिल वर्ष 2012-13 सत्र की पेराई करने के बाद से ही बंद है। इस मिल को बेचने की तैयारी हो रही है। जबकि कर्मचारी मिल चलाने और बकाया भुगतान को लेकर वर्ष 2014 से मिल गेट पर धरना दे रहे हैं। मिल में 52 परमानेंट, 148 सीजनल तथा 450 अस्थाई कर्मचारी हैं। यह सभी लोग भुखमरी की कगार पर हैं। कोई परचून की दुकान चला रहा है तो कोई अंडा और चाय की दुकान कर रहा है। कुछ कर्मचारी दुकानों पर काम करते हैं। चीनी मिल की चिमनी पर चढ़ने वाले कर्मचारियों में मिल में चालक पद पर तैनात रहे राम उग्रह, ब्यावलर सुपरवाइर दीन दयाल तिवारी, मजदूर राम बहाल शामिल हैं।
दो दिन पूर्व भी हुई थी ऐसी घटना
दो दिन पूर्व शनिवार को जनपद के वाल्टरगंज चीनी मिल की चिमनी पर तीन कर्मचारी मिल की 120 फीट ऊंची चिमनी पर चढ़ गए थे। इनमें ब्वायलर हाउस में फायरमैन पद पर काम करने वाले मनीराम मौर्या, मिल हाउस में खलासी पद पर तैनात सतीश कुमार व मीठा डिपार्टमेंट में काम करने श्रमिक रामशरण मौर्य शामिल थे। तीनों कर्मचारियों को उतारने में प्रशासन को काफी मशक्कत करनी पड़ी थी। साढ़े तीन घंटे की मशक्कत के बाद कर्मचारियों को उतारने में प्रशासन को सफलता मिली थी।