श्रीनगर। उत्तरी कश्मीर के क्रीरी में आतंकियों और सुरक्षाबलों के बीच मुठभेड़ जारी है। सुरक्षाबलों क्षेत्र को घेर कर आतंकियों के खिलाफ कार्रवाई कर रहे हैं। दो से तीन आतंकियों के होने की सूचना है।
श्रीनगर में मुठभेड़, हिज्ब के दो आतंकी ढेर
गौरतलब है कि लाल चौक से करीब 12 किलोमीटर दूर स्थित सुतु कोठर बाग (नौगाम) में सुरक्षाबलों ने बुधवार को एक मकान में छिपे हिजबुल मुजाहिद्दीन के दो स्थानीय आतंकियों सब्जार अहमद और आसिफ अहमद गोजरी को मार गिराया। बी-श्रेणी के आतंकी सब्जार पर पांच लाख व सी-श्रेणी के आतंकी गोजरी पर तीन लाख का इनाम था। मुठभेड़ में छह सुरक्षाकर्मी भी घायल हुए हैं
आतंकियों की मौत के बाद श्रीनगर और पुलवामा के विभिन्न हिस्सों में हुई ¨हसक झड़पों में छह लोग घायल हो गए। स्थिति पर काबू पाने के लिए संवेदनशील इलाकों में निषेधाज्ञा लागू करने के साथ ही इंटरनेट सेवाओं को भी बंद कर दिया गया। सभी शिक्षण संस्थानों में भी अवकाश घोषित कर दिया गया। हिज्ब आतंकी सब्जार अहमद उर्फ डॉ. सैफुल्ला उर्फ तजुम्मल और आसिफ अहमद गोजरी उर्फ खुबैब जिस मकान में छिपे थे, वह नौगाम पुलिस स्टेशन और पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के निजी मकान से करीब 300 मीटर की दूरी पर ही स्थित है। सेना की जेकलाई का रेजिमेंटल सेंटर भी यहां से करीब तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर है।
एसएसपी श्रीनगर इम्तियाज इस्माइल पर्रे ने बताया कि बीती रात उन्हें पता चला कि दो आतंकी नौगाम के वन्नबल इलाके में हैं। मंगलवार की रात करीब ढाई बजे तलाशी अभियान के दौरान आतंकियों ने फाय¨रग कर दी। सुरक्षाबलों ने भी जवाबी फायर किया। आतंकियों को कई बार आत्मसमर्पण करने के लिए कहा गया, लेकिन उन्होंने फाय¨रग जारी रखी। मुठभेड़ जारी रखते हुए सुरक्षाबलों ने आतंकी ठिकाने के आसपास के घरों से करीब तीन दर्जन लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया।
एसएसपी ने बताया कि मुठभेड़ में आतंकी ठिकाना बना मकान भी आग लगने से तबाह हो गया और उसमें छिपे दोनों आतंकी मारे गए। उनके शवों के पास से हथियार और कई महत्वपूर्ण दस्तावेज भी मिले हैं। दोनों आतंकी अनंतनाग के रहने वाले हैं। मुठभेड़ में सेना के चार और राज्य पुलिस के दो जवान जख्मी हुए हैं। सभी का इलाज चल रहा है। एसएसपी ने बताया कि 12वीं पास गोजरी जनवरी 2017 में आतंकी बना था, जबकि सब्जार ने जुलाई 2016 में आतंकवाद का रास्ता चुना था। मुठभेड़ स्थल पर न जाएं लोग पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि मुठभेड़स्थल पर आतंकियों द्वारा फेंके गई ग्रेनेड फटे नहीं थे।
इसके अलावा वहां कुछ आइईडी भी है। बता दें कि गत रविवार को कुलगाम मुठभेड़ में तीन आतंकियों के मारे जाने के फौरन बाद लोग मुठभेड़स्थल पर जमा हो गए थे। इसी दौरान एक ग्रेनेड फटने से सात लोग मारे गए थे।
सब्जार व गोजरी के जनाजे में पहुंचे आतंकी, चलाई गोलियां
सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में बुधवार सुबह मारे गए हिज्ब के दोनों आतंकियों सब्जार अहमद और आसिफ गोजरी को दोपहर बाद दक्षिण कश्मीर में स्थित उनके पैतृक गांवों में दफनाया गया। इस दौरान जीनत, रियाज व नवीद जट्ट जैसे दुर्दात आतंकी कमांडर भी नजर आए और उन्होंने अपने साथियों के शवों के पास खड़े होकर हवा में गोलियां दागी। बताया जा रहा है कि 12 लाख का इनामी जीनत उल इस्लाम अपने साथियों संग सब्जार के जनाजे में शामिल हुआ, जबकि नवीद सिरीगुफवारा में आसिफ के जनाजे में देखा गया। आतंकी कमांडरों को देखते ही जिहाद समर्थक व देश विरोधी नारेबाजी तेज हो गई। आतंकी कमांडरों को भीड़ से बचने के लिए लाठियां भी चलानी पड़ीं। उन्होंने अपने दिवंगत साथियों के शवों के पास खड़े होकर हवा में गोलियां चलाकर उन्हें सलामी दी। इस दौरान दो स्थानीय युवक गोली लगने से जख्मी हो गए। उन्हें निकटवर्ती अस्पतान में दाखिल कराया गया है। बाद में आतंकी कमांडर वहां से निकल गए।
कश्मीर बंद का आह्वान
हिजबुल मुजाहिदीन के दो आतंकियों के मारे जाने से हताश कश्मीरी अलगाववादियों के साझा मंच ज्वायंट रजिस्टेंस लीडरशिप (जेआरएल) ने 25 अक्टूबर, वीरवार को कश्मीर बंद का आह्वान किया है। कट्टरपंथी सैयद अली शाह गिलानी, ऑल पार्टी हुर्रियत कांफ्रेंस के उदारवादी गुट के चेयरमैन मीरवाइज मौलवी उमर फारूक और जेकेएलएफ के चेयरमैन यासीन मलिक के संयुक्त नेतृत्व वाले जेआरएल ने आतंकियों की मौत पर कश्मीरी आवाम को भड़काते हुए बंद रखने का आह्वान किया है।