श्रीनगर। निकाय चुनाव के अंतिम चरण के मतदान से ठीक पहले सोमवार रात कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने हमला कर दिया। इसमें सीआरपीएफ के दो जवान जख्मी हो गए। इस बीच सुरक्षाबलों ने श्रीनगर, कुलगाम, शोपियां और बांडीपोर में आतंकियों को पकड़ने के लिए कासो (घेराबंदी एवं तलाशी अभियान) चलाया।
जानकारी के अनुसार, रात करीब साढ़े नौ बजे आतंकियों ने सीआरपीएफ की 183वीं वाहिनी के शिविर पर पहले अंडर बैरेल ग्रेनेड लांचर से दो ग्रेनेड दागे। एक ग्रेनेड हवा में और दूसरा शिविर के भीतर खुली जगह में फटा। इसके बाद आतंकियों ने अंधाधुंध फाय¨रग करते हुए शिविर में दाखिल होने का प्रयास किया। जवानों ने भी जवाबी गोली चलाई। करीब पांच से सात मिनट तक गोलियां चलने के बाद आतंकी अंधेरे का फायदा उठाकर भाग निकले।
हमले में सीआरपीएफ के दो जवान कांस्टेबल अमित कुमार और कांस्टेबल संतोष भारती घायल हो गए। अमित कुमार को कंधे में जख्म हैं और संतोष भारती के हाथ में चोट आई है। दोनों को अस्पताल में दाखिल कराया गया है। इससे पूर्व तड़के सुरक्षाबलों ने पुलवामा के अरिहाल इलाके में अलग-अलग छापों में एक दर्जन युवकों को हिरासत में लिया। ये सभी युवक आतंकी गतिविधियों और पत्थरबाजी से जुड़े विभिन्न मामलों में पुलिस को वांछित थे।इस बीच, पुलवामा के साथ सटे शोपियां जिले के हेफ गांव में आतंकियों को देखे जाने की सूचना पर सुरक्षाबलों ने दोपहर को कासो चलाया, लेकिन कोई आतंकी हाथ नहीं आया।
कुलगाम जिले के कंडीपोरा पनपोरा में भी सुरक्षाबलों ने कासो चलाया। बताया जाता है कि गांव में सुबह दो आतंकी एक मस्जिद के पास देखे गए थे। उधर, श्रीनगर के नवाकदल और सफाकदल में भी सुरक्षाबलों ने आतंकियों के छिपे होने की सूचना पर कासो चलाया, लेकिन कोई सफलता नहीं मिली। उत्तरी कश्मीर में जिला बांडीपोर के पनार इलाके में देर शाम गए तीन आतंकियों की सूचना पर कासो चलाया, जो देर रात तक जारी रहा। गौरतलब है कि जम्मू-कश्मीर में जारी निकाय चुनाव की प्रक्रिया के अंतिम चरण में जिला पुलवामा के पुलवामा, और पांपोर आदि नगर निकायों के लिए मंगलवार को मतदान होना है।