शेयर बाजार में भारी गिरावट का दौरा जारी है। शुक्रवार को सेंसेक्स 792.17 अंक और टूटकर 34,376.99 अंक पर और निफ्टी 282.80 अंक के नुकसान से 10,316.45 अंक पर बंद हुआ। पिछले तीन दिनों में सेंसेक्स में 2145 अंकों की गिरावट हुई है। शेयर मार्केट के जानकारों का कहना है कि डॉलर के मुकाबले रुपया शुक्रवार को कारोबार के दौरान पहली बार 74 प्रति डॉलर से नीचे चला गया। रिजर्व बैंक ने अपनी मौद्रिक नीति समीक्षा बैठक में नीतिगत दरों में कोई बदलाव नहीं किया है। इस वजह से भी बाजार में गिरावट दर्ज हुई।
इससे पहले बंबई शेयर बाजार का 30 कंपनियों के शेयरों पर आधारित सेंसेक्स 335 अंक गिरकर 34,833.81 अंक के निचले स्तर को छू गया। कच्चे तेल की बढ़ती कीमतों और डॉलर के मुकाबले रुपये के लगातार कमजोर बने रहने से पिछले दो सत्र के कारोबार में इसमें 1,356.98 अंक की गिरावट दर्ज की गई है।
ब्रोकरों के अनुसार सबसे ज्यादा गिरावट तेल एवं गैस कंपनियों के शेयरों में देखी गई है। इसकी अहम वजह गुरुवार को सरकार द्वारा पेट्रोलियम कीमतें 2.50 रुपये प्रति लीटर की कम करने की घोषणा रही। इसमें 1.50 रुपये का भार सरकार ने अपने उत्पाद शुल्क को कम करके उठाया है जबकि बाकी एक रुपये का भार तेल कंपनियों से वहन करने के लिए कहा गया है। इसके चलते भारत पेट्रोलियम, हिंदुस्तान पेट्रोलियम और इंडियन ऑयल के शेयरों में 20.50% तक की गिरावट देखी गई है।