राजकोट। गुजरात के गिर वन में 11 शेरों के शव पाए गए हैं। गुजरात सरकार ने तत्परता बरतते हुए इसकी जांच करने का आदेश दिया है। यह जानकारी गुरुवार को अधिकारी ने दी। अधिकारी ने कहा कि शेरों के शव गिर (पूर्वी) संभाग में पाए गए हैं। पिछले कुछ दिनों में खास तौर से दलखानिया रेंज में शव मिले हैं।
उप वन संरक्षक पी. पुरुषोत्तम ने कहा, ‘गिर पूर्वी वन रेंज से हमें 11 शेरों के शव मिले हैं।’ प्रशासनिक लिहाज से गिर वन को पूर्वी और पश्चिमी हिस्से में बांटा गया है।’ अधिकारी ने कहा, ‘हमने मृत पशुओं का विसरा नमूना जमा किया है और उसे जांच के लिए जूनागढ़ वेटनरी अस्पताल भेजा है। हम पोस्टमार्टम रिपोर्ट की प्रतीक्षा कर रहे हैं।’
बुधवार को वन में अमरेली जिले में राजुला के पास शेरों के शव मिले। उसी दिन दलखानिया रेंज क्षेत्र में तीन और शेर मृत पाए गए। अधिकारी ने कहा कि पिछले कुछ दिनों में सात और शेरों के शव मिले हैं। वन अधिकारी हितेश वामजा ने बताया कि ज्यादातर शेरों की मौत फेफड़ों में संक्रमण की वजह से हुई है। संक्रमण कुछ शेरों के शरीर में फैल गया था जिसकी वजह से इनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा कि बाकी शेरों को उचित मेडिकल सुविधा उपलब्ध कराई जा रही है।
हालांकि, वन्यजीव संरक्षण समिति के सदस्य जलपान रुपापारा ने कहा कि कुछ शेर आपस में भिड़ गए जिससे उनकी मौत हो गई। उन्होंने कहा ‘कुछ मीडिया रिपोर्ट में शेरों की मौत की वजह फेफड़ों में संक्रमण बताया जा रहा है लेकिन ये गलत है। कुछ शेर बीमारी से मरे हैं जबकि तीन लड़ाई के कारण।