सुकमा कलेक्टर के पीछे पड़ी कांग्रेस, चुनाव आयोग से तत्काल हटाने की मांग

रायपुर। सुकमा कलेक्टर जयप्रकाश मौर्य को तत्काल हटाने के लिए कांग्रेस ने मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को आवेदन दिया है। उपनेता प्रतिपक्ष कवासी लखमा ने कलेक्टर के खिलाफ मोर्चा खोला है। लखमा ने कलेक्टर मौर्य की तरफ से जारी प्रशासकीय पत्र पर सवाल उठाया है और मुख्य निर्वाचन पदाधिकारियों से दो दिन के भीतर कार्रवाई की मांग की है।

कांग्रेस संचार विभाग की सदस्य डॉ. किरणमयी नायक ने बताया कि कोंटा के विधायक और उपनेता-प्रतिपक्ष लखमा ने अपनी शिकायत में लिखा है कि उन्होंने मुख्य निर्वाचन आयुक्त ओपी राव से सुकमा कलेक्टर के खिलाफ शिकायत की थी, जिस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई है।

शिकायत के अनुसार कलेक्टर मौर्य ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत सुकमा के माध्यम से 28 अगस्त को जिला स्तरीय स्वीप सह जनसमस्या निवारण शिविर के आयोजन के लिए एक पत्र जारी कराया था। लखमा का आरोप है कि यह पत्र निर्वाचन के स्वीप कार्यक्रम को भाजपा का प्रचार कार्यक्रम बनाने के लिए था।

पत्र के साथ 16 पन्नों में कोंटा विधानसभा के 17 गांवों के लिए 17 दिन का कार्यक्रम भी जारी किया। इसमें कलेक्टर के उदबोधन के लिए 20 मिनट और डिप्टी कलेक्टर के लिए भी समय तय किया।

दोनों अधिकारी प्रमुख सरकारी योजनाओं की जानकारी और एक साल में उपलब्धि के आंकड़े प्रस्तुत करेंगे, 10 विभाग के अधिकारियों को सरकारी योजनाओं के प्रचार के लिए 10-10 मिनट दिया जाएगा।

ऐसे ही निर्वाचित जनपद व जिला पंचायत सदस्य, अध्यक्ष के लिए पांच से सात मिनट और विधायकों के लिए 10 मिनट तय किया है। लखमा का कहना है कि जनता को निष्पक्ष मतदान के बारे में पांच से दस मिनट समझाया जाएगा और भाजपा सरकार की योजनाओं का बखान दो घंटे होगा। उन्होंने कलेक्टर पर भाजपा एजेंट की तरह काम करने का आरोप लगाया है।