बीते एक साल से रोडवेज बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने की कवायद पूरी होती नजर आ रही हैं। कई बार की बैठक के बाद कंसलटेंट का चयन हो गया है। पूर्व में प्रयोग के तौर पर दो कंपनियों ने चार बसों में सीसीटीवी का परीक्षण किया था पर सफलता हाथ नहीं लगी थी। इस बार कंसलटेंट के जरिए कंपनियों को साधारण बसों से लेकर जनरथ, एसी शताब्दी, वोल्वो व स्कैनिया बसों में सीसीटीवी कैमरा लगाने का काम टेंडर के जरिए दिया जाएगा।
परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक पी गुरु प्रसाद बताते है कि कंसलटेंट का चयन हो गया है। जल्द की उनकी ओर से कंपनियों के नाम के ऑफर पत्र आएंगे। उसी आधार पर कंपनियों को आमंत्रण पत्र भेजा जाएगा। ऐसे में एक बार फिर सीसीटीवी लगाने की उम्मीद जग गई है। निगम मुख्यालय पर तैनात एक अधिकारी ने बताया कि 15 अक्तूबर तक कंपनियों को ऑफर लेटर भेजकर टेंडर प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी। जिस कंपनी को ठेका मिलेगा उसे 90 दिन के अंदर हर बसों में तीन तीन सीसीटीवी लगाने का काम शुरू हो जाएगा।
महिला स्पेलश बसों में पहले लगेंगे कैमरे
आदिशक्ति योजना के तहत 50 महिला स्पेलश बसें खरीद जाएंगी। इन बसों में महिला सुरक्षा के मद्देनजर सबसे पहले सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे। जो कंपनी बसों में कैमरे लगाएगी उसे खुद कमांड सेंटर बनाना पड़ेगा।
दिवाली तक मिल सकता है तोहफा
परिवहन निगम मुख्यालय पर तैनात सहायक प्रबंधक (एमआईएस) शूचि कालरा ने बताया कि पूरी कोशिश है कि दिवाली के पहले बसों में सीसीटीवी का तोहफा यात्रियों को दिया जाएगा। इसके लिए एमडी की निगरानी में तेजी से तैयारी की जा रही है।